प्रदेश में जारी भारी बारिश का असर अब नेशनल हाईवे पर भी दिखाई देने लगा है। मंडला से जबलपुर मार्ग के बीच नेशनल हाईवे-30 पर गुरुवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब पहाड़ी क्षेत्रों से भारी-भरकम चट्टानें और पत्थर अचानक गिरकर सड़क पर आ गिरे। इसके चलते कुछ समय के लिए मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना अंजनियां बायपास और कालपी के बीच के क्षेत्र में हुई। जहां सड़क के दोनों ओर पहाड़ हैं और तेज बारिश के कारण मिट्टी ढीली पड़ने से बड़े पत्थर खिसक कर हाईवे पर आ गिरे। यह पत्थर इतने बड़े थे कि भारी वाहनों को भी रुकना पड़ा। मार्ग अवरुद्ध होने के कारण दोनों ओर ट्रकों, बसों, कारों और दोपहिया वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। खासतौर पर यात्रियों को गर्मी और उमस के बीच घंटों इंतजार करना पड़ा। कई लोग अपने गंतव्यों के लिए समय पर नहीं पहुंच सके। मार्ग को साफ करने के लिए प्रशासन की मदद से जेसीबी मशीनों को बुलाया गया, जिनकी मदद से पत्थरों को हटाकर रास्ता कुछ घंटों बाद बहाल किया गया।
इसी दौरान अंजनियां बायपास और कालपी के पास स्थित खेत और तालाब भी लगातार बारिश के कारण ओवरफ्लो हो गए। पानी ने अपना रास्ता बदलते हुए हाईवे पर आना शुरू कर दिया, जिससे वहां दो से तीन फीट तक पानी भर गया। यह स्थिति करीब दो घंटे तक बनी रही, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित रहा। वाहन चालक पानी में फंसे नजर आए। कुछ छोटे वाहन तो बंद भी हो गए और उन्हें धक्का देकर निकालना पड़ा।
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जैसे ही सूचना मिली, ट्रैफिक को रोक दिया गया और राहत टीमों को मौके पर भेजा गया। ग्रामीणों ने भी प्रशासन की मदद की और पानी की दिशा बदलने में सहयोग किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल बारिश के मौसम में यही स्थिति बनती है, लेकिन अब समस्या गंभीर होती जा रही है। यदि समय रहते स्थायी समाधान नहीं किया गया तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। खासकर पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाने की जरूरत है। मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटे में और अधिक बारिश की संभावना जताई है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।