मध्यप्रदेश में राजगढ़ जिले में 16 जनवरी से शुरू हुई दिव्यांग संगठन की भूख हड़ताल शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रही। उनकी मांगों को सुनने के लिए तीसरे दिन राजगढ़ एसडीएम मौके पर पहुंचे और उनकी समस्याओं को सुना। एसडीएम ने उन्हें भूख हड़ताल खत्म करने के लिए भी समझाइश दी, लेकिन वे नहीं माने। ऐसे में दिव्यांग संगठन की भूख हड़ताल तीसरी रात भी जारी रही।
बता दें कि राजगढ़ जिले के दिव्यांग अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर 16 जनवरी से भूख हड़ताल पर हैं। इसके लिए वे शासन-प्रशासन को कई बार अवगत करा चुके हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। दो दिनों तक भूख हड़ताल पर बैठने के बावजूद किसी ने उनकी सुध नहीं ली। तीसरे दिन राजगढ़ एसडीएम रत्नेश श्रीवास्तव उनके पास पहुंचे और उन्हें समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन देकर हड़ताल खत्म करने का आग्रह किया, लेकिन वे अब भी हड़ताल पर डटे हुए हैं।
दिव्यांग संगठन के अध्यक्ष राजेश विश्वकर्मा का कहना है कि, "हम 16 जनवरी से अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर हैं, लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी किसी ने हमारी सुध नहीं ली। रात में गिरती हुई ओस के कारण हमारी रजाई और बिस्तर तक गीले हो गए, लेकिन हम अपने अधिकारों के लिए डटे हैं और डटे रहेंगे।"
वहीं, उक्त मामले में राजगढ़ एसडीएम रत्नेश श्रीवास्तव का कहना है कि, कलेक्टर के निर्देश पर वे शनिवार शाम दिव्यांगों के बीच पहुंचे थे, जहां वे 16 जनवरी से हड़ताल पर बैठे हैं। उनकी 13 सूत्रीय मांगे हैं, जिनमें से 5 जिला स्तर की हैं और 8 मांगे शासन स्तर की हैं। उन्हें बताया गया है कि जिला स्तर की मांगों के निराकरण के लिए शीघ्र ही कार्ययोजना तैयार कर उनकी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा और शासन स्तर की समस्याओं के लिए पत्र भोपाल भेजा गया है।
उनकी त्वरित मांगों में से, दिव्यांग व्यक्ति को बस किराए में 50 प्रतिशत छूट दिए जाने के मामले में आरटीओ विभाग से बात करते हुए सभी बस संचालकों को नियमों का पालन करवाने के निर्देश दिए गए हैं। दिव्यांगों से हड़ताल खत्म करने का निवेदन किया गया है, जिस पर उन्होंने दो दिनों में हड़ताल खत्म करने का आश्वासन दिया है।