मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ नगर में शुक्रवार को एकत्रित हुए कायस्थ समाज के समाजजनों ने पंडित प्रदीप मिश्रा के बयान का न सिर्फ विरोध किया बल्कि बीच चौराहे पर उनका पुतला भी जला डाला। साथ ही कहा कि माफीनामे से काम नहीं चलेगा, उन्हें चित्रगुप्त पीठ में जाकर नाक रगड़कर माफी मांगनी होगी।
बता दें महाराष्ट्र में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा कायस्थ समाज के आराध्य देव चित्रगुप्त पर विवादित टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद पूरे देश में कायस्थ समाज के लोगों ने इसका विरोध किया। विवाद बढ़ता हुआ देख पंडित प्रदीप मिश्रा ने यूटर्न लेते हुए माफी भी मांगी। माफी मांगने के पश्चात भी पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ कायस्थ समाज के लोगों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है और जगह-जगह उनके विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ पुतले भी जलाए जा रहे हैं। ऐसे राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ नगर में स्थित छतरी चौराहे पर प्रदर्शन करते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा का पुतला दहन किया गया।
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बता दें कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा कायस्थों के आराध्य देव, भगवान चित्रगुप्तजी महाराज और यमदेव पर विवादित टिप्पणी किए जाने के विरोध में संपूर्ण मध्यप्रदेश में कायस्थ समाज ने मोर्चा खोल दिया है। अखिल भारतीय कायस्थ महापरिषद के बैनर तले समाज के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल के नाम सौंपे ज्ञापन में कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
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नरसिंहगढ़ थाना प्रभारी को राज्यपाल के नाम दिए ज्ञापन में आरोप लगाया है कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यासपीठ से अमर्यादित और अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया, जिससे कायस्थ समाज की भावनाएं आहत हुईं। कायस्थ समाज ने आरोप लगाया कि यह पहला मौका नहीं है इसके पहले भी प्रदीप मिश्रा सनातन धर्म के देवी देवताओं को लेकर विवादित और अमर्यादित भाषाशैली का प्रयोग कर चुके हैं। समाज का कहना है कि सस्ती लोकप्रियता और चर्चा में बने रहने के लिए प्रदीप मिश्रा ने इसे आदत बना लिया है। कायस्थ समाज ने मांग की है कि प्रदीप मिश्रा वृंदावन स्थित चित्रगुप्तपीठ जाकर क्षमा मांगे और जब तक नाक रगड़कर क्षमा नहीं मांगेंगे तब तक पूरे देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।