सागर में शनिवार को भगवान हनुमान प्रकटोत्सव धूमधाम ओर भक्तिभाव से मनाया गया। शहर के प्रसिद्ध हनुमान मंदिरों दादा दरबार, परेड मंदिर, मकरोनिया स्थित राम दरबार, चंपाबाग हनुमान मंदिर समेत अन्य हनुमान मंदिरों में दिनभर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित हुए, जिनमें लोगों ने भगवान की भक्ति में अपनी-अपनी श्रद्धानुसार भाग लिया।
शहर में सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर तीन बत्ती उत्सव समिति ने हनुमान जयंती पर इस वर्ष पहली बार भव्य शोभायात्रा निकाली। तीन बत्ती पर स्थित मंदिर में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। भगवान हनुमान की पालकी तीन बत्ती से चकराघाट पहुंची। चकराघाट से चल समारोह शुरू हुआ जो कोतवाली, तीनबत्ती, जामा मस्जिद व राधा तिराहा से वापस तीन बत्ती पहुंचकर समापन हुआ। चल समारोह में कलाकारों ने बुंदेली नृत्य, अखाड़ों की प्रस्तुतियां दीं। वाद्य यंत्रों से संगीत की स्वर लहरिया गूंज उठी जिन पर लोग थिरकते रहे।
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दिखी केरल की संस्कृति की झलक
शोभायात्रा में केरल की प्रसिद्ध थेय्यम झांकियां लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहीं। केरल के 15 कलाकार की टीम ने ढोल-नगाड़ों की प्रस्तुतियां दीं। साथ ही भगवान की झांकियां भी निकाली गईं। इसके अलावा प्रदेश के गाडरवारा तथा जबलपुर के बैंड और धमाल पार्टी भी शामिल हुईं। शोभायात्रा का स्वागत पुष्पवर्षा कर किया गया। इसके लिए 10 क्विंटल फूलों की व्यवस्था की गईं थी। श्री सर्व सिद्धेश्वर हनुमान समिति चंपाबाग के देखरेख में शोभायात्रा चंपाबाग से शुरू हुईं। पालकी में सवार भगवान बजरंगबली के दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ लगी। शोभायात्रा में ढोल, अखाड़े, भगवान की झांकियां शामिल हुईं। कई स्वरूपों में हनुमान के दर्शन हुए। शोभायात्रा चंपाबाग से बड़ा बाजार होते हुए कोतवाली, तीनबत्ती, कटरा बाजार पहुंची। जहां आतिशबाजी की गई।