जिले की नागौद जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत राहिकवारा में संभल योजना के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। आरोप है कि पंचायत के कुछ जिम्मेदार लोगों ने जिंदा व्यक्तियों को सरकारी रिकॉर्ड में मृत घोषित कर, उनके नाम से लाखों रुपये की राशि निकाल ली।
ऐसे खुला घोटाले का राज
गांव के कुछ लोगों को इस बात का तब पता चला जब उन्होंने पंचायत में संचालित योजनाओं के रिकॉर्ड देखे। इनमें उनके या उनके परिवार के किसी सदस्य को सरकारी लाभार्थी सूची में मृत दिखाया गया है और उसी मृतक के नाम पर संभल योजना की सहायता राशि निकाली जा चुकी थी। पीड़ित ग्रामीण रामसेवक कुशवाहा , फूलबाई कोल और रामकली साकेत ने बताया कि उन्होंने कभी इस योजना के लिए आवेदन तक नहीं किया था फिर भी कागजों में उनके नाम से 20-20 हजार रुपये तक की राशि निकाली गई है।
ये भी पढ़ें: Ujjain News: गधों के मेले में तेजस्वी और ओवैसी के साथ बिकने आए सलमान, शाहरूख और ऐश्वर्या, लगी ऊंची बोलियां
क्या है संभल योजना
राज्य सरकार की संभल योजना मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना गरीब, असंगठित श्रमिक परिवारों की सहायता के लिए चलाई जाती है। इस योजना में किसी परिवार के सदस्य की मृत्यु होने पर शासन द्वारा आर्थिक सहायता दी जाती है लेकिन राहिकवारा पंचायत में इसी योजना को कमाई का जरिया बना लिया गया। जिंदा लोगों के नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर फर्जी भुगतान वाउचर तैयार किए गए और पैसा निकाल लिया गया।
ग्रामीणों ने इस पूरे प्रकरण को लेकर जनपद और जिला प्रशासन से शिकायत की है। उनका कहना है कि अगर समय पर जांच नहीं की गई तो पंचायतों में भ्रष्टाचारियों के हौसले और बढ़ेंगे। हम तो जिंदा हैं लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में मर चुके हैं, जिससे आगे जाकर हमें और भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
जनपद पंचायत नागौद के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि शिकायत मिली है और पूरे मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है। सूत्रों के अनुसार इसमें पंचायत सचिव, रोजगार सहायक और कुछ एजेंटों की मिलीभगत की आशंका है। प्रशासन का कहना है कि अगर आरोप सही पाए गए तो संबंधितों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और धोखाधड़ी की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। जनपद सीईओ अशोक मिश्रा ने कहा हमें शिकायत प्राप्त हुई है प्रारंभिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं यदि किसी ने योजना का दुरुपयोग किया है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।