सीहोर की सियासत सोमवार को उस समय गरमा गई जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान को लेकर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। बस स्टैंड स्थित कांग्रेस कार्यालय के बाहर हुए इस हंगामे ने पूरे शहर में राजनीतिक तनाव पैदा कर दिया। धक्का-मुक्की और मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
भाजपा विरोधी बयानों से बढ़ी नाराजगी
जानकारी के अनुसार, राहुल गांधी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के भाजपा विरोधी बयानों से आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सीहोर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया। आश्चर्यजनक रूप से उन्होंने अन्य स्थानों को छोड़ सीधे कांग्रेस कार्यालय को ही निशाना बनाया। धरना के दौरान प्रदर्शनकारियों ने यहां नारेबाजी करते हुए राहुल गांधी का पुतला दहन किया। भाजपा की कार्रवाई से कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क उठे। वे अपने कार्यालय से बाहर निकल आए और पलटवार करते हुए भाजपा के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई
माहौल देखते ही देखते तनावपूर्ण हो गया और दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। नारेबाजी और हंगामे के बीच अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस दौरान एक भाजपा कार्यकर्ता समीर उर्फ नानू घायल हो गया। घटना ने तनाव को और बढ़ा दिया और देखते ही देखते मामला पुलिस थाने तक जा पहुंचा।
भाजपा नेताओं ने लगाए आरोप
भाजपा विधायक सुदेश राय, नगरपालिका अध्यक्ष प्रिंस विकास राठौर और जिलाध्यक्ष नरेश मेवाड़ा सहित कई नेता कोतवाली थाने पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया कि उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध में व्यवधान डाला, महिलाओं के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और भाजपा कार्यकर्ताओं से मारपीट की। भाजपा ने कांग्रेस के पंकज शर्मा और केके रिछारिया पर एफआईआर दर्ज कराई है।
वहीं, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने जानबूझकर कांग्रेस कार्यालय के सामने आकर माहौल खराब किया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब राजनीतिक ड्रामा है और इसका उद्देश्य केवल शहर का वातावरण बिगाड़ना है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती भी कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे और भाजपा के आरोपों को निराधार बताया। कांग्रेस भी भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं पर रिपोर्ट दर्ज कराने थाने में बैठी हुई है।
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पुलिस की सतर्कता से टला बड़ा विवाद
स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को समझाइश देकर अलग किया और तत्काल हालात पर काबू पाया। पुलिस ने कहा कि मामले में शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है और आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद से शहर में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। भाजपा ने साफ कहा कि वे राहुल गांधी के इस तरह के बयानों का विरोध जारी रखेंगे, जबकि कांग्रेस ने भाजपा पर शांति भंग करने और माहौल खराब करने का आरोप लगाया। इस टकराव ने सीहोर की राजनीति को और ज्यादा गरमा दिया है।
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