सीहोर जिले के प्रसिद्ध कुबरेश्वर धाम में सोमवार को एक पोस्टर ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। धाम मार्ग पर जगह-जगह लगाए गए बैनरों में लिखा गया है “कुबरेश्वर धाम प्रांगण में गैर हिंदुओं का प्रवेश सख्त मना है।” इसके साथ ही निवेदक के तौर पर सकल हिंदू समाज, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का नाम दर्ज है।
जब इस बैनर को लेकर दुकानदारों और भक्तों से चर्चा की गई तो किसी ने भी खुले तौर पर कैमरे पर बोलने से इनकार कर दिया। दबी जुबान में लोगों ने इस पोस्टर की सराहना करते हुए कहा कि लाखों की संख्या में आने वाले भक्तों की भीड़ में कुछ विधर्मी प्रवृत्ति के लोग महिला श्रद्धालुओं से छेड़छाड़ और अभद्र व्यवहार करते हैं। ऐसे लोगों को रोकने और चेतावनी देने के लिए ही यह कदम उठाया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पोस्टर
जैसे ही पोस्टर की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आईं, यह खबर तेजी से वायरल हो गई। समर्थक इसे धर्म और आस्था की सुरक्षा का कदम बता रहे हैं। वहीं, विरोधी पक्ष इसे समाज में विभाजन फैलाने वाला करार दे रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस मुद्दे को लेकर जमकर बहस छिड़ गई है।
समिति ने जिम्मेदारी से किया इनकार
कुबरेश्वर धाम की व्यवस्था देखने वाली विठलेश सेवा समिति ने इस बैनर से पल्ला झाड़ लिया है। समिति के मीडिया प्रभारी मनोज दीक्षित ने साफ शब्दों में कहा कि यह पोस्टर समिति की ओर से नहीं लगाया गया है। किसने और किस उद्देश्य से यह लगाया, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
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कथावाचक की कड़ी प्रतिक्रिया
इस विवाद पर शहर के प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित मोहित पाठक ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा “गाय खाने वाले को हमारे किसी भी मंदिर या धाम में आने की आवश्यकता नहीं है।” उनका बयान इस पूरे विवाद में आग में घी डालने जैसा साबित हुआ और समर्थकों ने इसे और ज्यादा आक्रामक रूप से साझा करना शुरू कर दिया।
आम लोगों की राय
स्थानीय लोगों के बीच इस पोस्टर को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोग मानते हैं कि यह कदम धार्मिक स्थल की गरिमा बनाए रखने और महिलाओं की सुरक्षा के लिए जरूरी है। वहीं, दूसरी तरफ कई लोग कहते हैं कि धर्मस्थलों पर सभी का स्वागत होना चाहिए और इस तरह का विभाजन समाज में तनाव पैदा कर सकता है।
ऑटो चालक का बयान
इस पूरे प्रकरण पर स्थानीय ऑटो चालक सुरेश राठौर ने कहा कि धाम में भक्त आस्था लेकर आते हैं, ऐसे में गैर हिंदुओं का प्रवेश प्रतिबंधित करना गलत नहीं है। अगर श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचती है, तो इस पर रोक लगनी ही चाहिए।
17 सितंबर से शुरू होनी है ऑनलाइन कथा
सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में 17 सितंबर से पांच दिवसीय ऑनलाइन शिव महापुराण कथा का शुभारंभ होने जा रहा है। दोपहर 1 से 4 बजे तक पंडित प्रदीप मिश्रा स्वयं धाम से कथा का पाठ करेंगे। कथा से एक दिन पूर्व ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है और आस्था का माहौल पूरे क्षेत्र में गहराने लगा है। भक्तों की आंखों में उत्साह और शिवभक्ति का उजाला साफ झलक रहा है।
पुलिस का कहना
इधर विवादित पोस्टर मामले पर पुलिस ने स्थिति स्पष्ट की है। मंडी थाना प्रभारी सुनील मेहर ने बताया कि वे स्वयं धाम पहुंचे थे लेकिन वहां उन्हें ऐसे किसी पोस्टर की मौजूदगी नहीं मिली। साथ ही अब तक इस संबंध में किसी भी व्यक्ति ने पुलिस से औपचारिक शिकायत नहीं की है। फिलहाल प्रशासन शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने पर पूरी तरह सतर्क है।