जिला अस्पताल की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई रोगी कल्याण समिति की बैठक में विधायक सुदेश राय ने खुलकर नाराजगी जताई और अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर तीखी टिप्पणी की। बैठक में कलेक्टर बालागुरू के., सीएमएचओ डॉ. सुधीर डहेरिया, सिविल सर्जन डॉ. प्रवीर गुप्ता सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
“डॉक्टर डराते हैं, कहते हैं यहीं रही तो मर जाएगी”
विधायक सुदेश राय ने आरोप लगाया कि अस्पताल में डॉक्टर प्रसूताओं से डराने वाला व्यवहार करते हैं। उन्होंने कहा, “डॉक्टर मरीजों से कहते हैं कि यदि यहीं रही तो मर जाएगी,” और इसी बहाने उन्हें भोपाल रेफर कर दिया जाता है। विधायक ने इसे डर और भ्रम फैलाने की प्रवृत्ति बताया और कड़ी आलोचना की।
“आशा कार्यकर्ता को बना दिया ‘लेडी डॉन’”
विधायक ने एक और बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल में एक आशा कार्यकर्ता को ‘लेडी डॉन’ बना दिया गया है, जो तय करती है कि किसका ऑपरेशन यहीं होगा और किसे रेफर किया जाएगा। उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. प्रवीर गुप्ता को सख्त चेतावनी दी और कहा कि यदि सुधार नहीं हुआ तो वह सीधे मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे।
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कलेक्टर ने दिए रेफर प्रक्रिया के ऑडिट के निर्देश
बैठक में कलेक्टर बालागुरू के. ने निर्देश दिए कि अस्पताल में प्रसूताओं को रेफर करने की प्रक्रिया का ऑडिट कराया जाए और बिना ज़रूरत किसी को रेफर न किया जाए। साथ ही अस्पताल में सफाई, पेयजल, बिजली और बैठने की व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए गए।
ओपीडी व्यवस्था में भी होंगे बदलाव
कलेक्टर ने ओपीडी में भीड़ कम करने के लिए अधिक काउंटर चालू करने और अस्पताल कर्मचारियों से मरीजों के प्रति संवेदनशील व्यवहार सुनिश्चित करने को कहा। मरीजों के परिजनों के लिए भोजन और बैठने की उचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए।
CSR मदद देने वालों को किया सम्मानित
बैठक में आईडीबीआई बैंक, अनब्रेको इंडस्ट्री और आईटीसी चौपाल सागर के प्रतिनिधियों को CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के तहत अस्पताल को सहायता देने के लिए प्रशस्ति पत्र और शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान भाजपा जिला महामंत्री राजकुमार गुप्ता, सीएमओ सुधीर कुमार, डीपीओ ज्ञानेश खरे, और समाजसेवी अखिलेश राय सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।