शाजापुर जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में शनिवार शाम अचानक बिजली गुल हो जाने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। करीब 10-15 मिनट तक अंधेरा होने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं। इसके बाद जनरेटर से बिजली सप्लाई शुरू की गई।
जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल का संचालन तीन अलग-अलग बिल्डिंगों में होता है। जिस समय बिजली गुल हुई, उस समय बिजली व्यवस्था देख रहे तकनीशियन अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में काम कर रहे थे। ट्रामा सेंटर में अंधेरा होने की जानकारी मिलते ही वह मौके पर पहुंचे और जनरेटर चालू कर बिजली आपूर्ति शुरू की।
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टार्च की रोशनी में दिया गया उपचार
बिजली गुल होने का सबसे अधिक असर ट्रामा सेंटर के इमरजेंसी कक्ष में देखने को मिला, जहां विवाद में घायल युवक धर्मेंद्र सौराष्टीय का इलाज किया जा रहा था। बिजली न होने के कारण स्वास्थ्यकर्मियों को मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में टांके लगाने पड़े। धर्मेंद्र राजगढ़ का रहने वाला है, वह अपने दो साथियों के साथ देवास जा रहा था। इसी दौरान शाजापुर में ट्रैफिक पाइंट के पास ओवरटेक को लेकर हुए विवाद में एक युवक ने उस पर चाकू से हमला कर दिया था, जिससे उसके कान में चोट आई।
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चाकू से हमले की बात से पुलिस का इनकार
कोतवाली थाना टीआई संतोष बाघेला ने बताया कि वाहन ओवरटेक को लेकर युवकों के बीच विवाद हुआ था, जिसमें एक युवक के कान में चोट आई है। चाकू से हमले की बात सामने नहीं आई है। घायल युवक ने लिखित शिकायत भी दर्ज नहीं कराई है। मौखिक जानकारी के आधार पर जांच की जा रही है।