टीकमगढ़ जिले में 108 एंबुलेंस की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। ऐसा ही एक मामला बीती रात समाने आया। जहां, करीब 2:00 बजे एक 108 एंबुलेंस खरो गांव से एक महिला को डिलीवरी के लिए लिधौरा अस्पताल लेकर जा रही थी, लेकिन सुनरई गांव के पास वह खराब हो गई। देर रात का समय होने के कारण परिजन परेशान होते रहे। आखिरकार, परिजन को निजी वाहन से गर्भवती महिला को लिधौरा अस्पताल पहुंचाना पड़ा।
स्थानीय नागरिक प्रेम नारायण पाल ने बताया कि एंबुलेंस गर्भवती महिला को लिधौरा स्वास्थ्य केंद्र ले जा रही थी, लेकिन सुनरई गांव के बीच रास्ते में वह खराब हो गई। यह रास्ता कई गांव को आपस में जोड़ता है। रात दो बजे खराब हुई एंबुलेंस को सुबह 10:00 बजे तक ठीक नहीं किया गया, जिससे यात्री बसों का आवागमन भी बाधित हो गया।
प्रेम नारायण पाल ने कहा कि लिधौरा तहसील के अंतर्गत जितनी भी 108 एंबुलेंस काम कर रही हैं, उनकी स्थिति कई महीनों से खराब है। स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत भी की है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस अभी भी गांव के बीच रास्ते पर खड़ी है, जिससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। टीकमगढ़ जिले के सीएमएचओ डॉक्टर एस आर रोशन ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी मिली है। 108 एंबुलेंस खराब क्यों हुई इसे लेकर जानकारी जुटाई जा रही है।
हो सकती थी बड़ी दुर्घटना
प्रेमलाल पाल ने कहा कि जब 108 एंबुलेंस गर्भवती महिला को लेकर जा रही थी, उसी समय उसे प्रसव पीड़ा होने लगी और वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उस वक्त सुनरई गांव के लोग जाग गए, उन्होंने महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए उसके परिवार को तुरंत एक निजी वाहन उपलब्ध कराया। अगर, समय पर मदद नहीं मिलती तो जज्बा-बच्चा के साथ कोई दुर्घटना हो सकती थी।