टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय परिसर में डॉक्टरों के निवास पर मरीज और उसके परिजन के साथ डंडे से जमकर मारपीट की गई। दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। फरियादी के आवेदन पर डॉक्टर के भाई और कंपाउंडर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय परिसर में डॉक्टरों का निवास बना है, जहां पर एमडी डॉक्टर योगेश यादव निवास करते हैं। दोपहर के बाद वहां पर टीकमगढ़ शहर के रहने वाले अश्वनी रावत अपने मित्र को दिखाने के लिए पहुंचे और डॉक्टर को दिखाने के लिए उन्होंने अपना नंबर लिया जो टीकमगढ़ शहर के न्यू बस स्टैंड के रहने वाले हैं। फरियादी अश्विनी रावत का कहना है कि उनका नंबर आठवां था, लेकिन डॉक्टर के कंपाउंडर द्वारा उसको 28वां नंबर कर दिया गया।
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उन्होंने आपत्ति जताई तो कंपाउंडर नीरज यादव और उनके भाई अनुज यादव डंडा लेकर आ गए और मारपीट करने लगे और उन्होंने सभी मरीजों के सामने दौड़ा-दौड़ा कर मारा। जिससे उन्हें और उनके मित्र मरीज को गंभीर चोट आई हैं। उनका प्राथमिक उपचार टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय में किया गया है। इसके बाद फरियादी ने पुलिस कोतवाली टीकमगढ़ पहुंचकर के आवेदन दिया और पुलिस को सीसीटीवी उपलब्ध कराये। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है। उधर डॉक्टर योगेश यादव द्वारा भी पुलिस कोतवाली में आवेदन दिया गया है।
टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय कैंपस में सभी सरकारी डॉक्टर निजी प्रैक्टिस करते हैं, जहां पर मरीजों की लंबी कतार लगती है। कई बार डॉक्टर के ऊपर जिला अस्पताल में इलाज न करने का भी आरोप लग चुका है, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती। जिसके चलते आज यह घटना घटित हुई और मरीज और उसके परिजन को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। टीकमगढ़ पुलिस कोतवाली के प्रभारी उपेंद्र ने बताया कि इस मामले में फरियादी के आवेदन पर डॉक्टर के उसके भाई पर मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि डॉ. योगेश की तरफ से भी एक आवेदन आया है, जिसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि दोनों घायलों के शरीर पर काफी चोट के निशान हैं और पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है।