मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को उज्जैन स्थित विक्रमादित्य संकुल भवन में उज्जैन-इंदौर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सिंहस्थ 2028 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने समूचे मालवा क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन के लिए आधारभूत सुविधाएं विकसित करने और सभी कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने सिंहस्थ 2028 को लेकर विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुत प्रोजेक्ट्स की विस्तार से समीक्षा की और कहा कि सिंहस्थ केवल मध्यप्रदेश का नहीं, बल्कि पूरे विश्व का गौरव है, ऐसे में इसके लिए ठोस और दूरदर्शी योजना आवश्यक है। उन्होंने कहा, हमारा उद्देश्य है कि सभी विकास कार्यों का प्रत्यक्ष लाभ आमजन तक पहुंचे। कुछ परियोजनाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं, जबकि कुछ को गति देने की जरूरत है।
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मुख्यमंत्री ने उज्जैन और इंदौर संभाग के सभी जिलों को सिंहस्थ आयोजन का हिस्सा मानते हुए समग्र कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि हर स्तर पर समन्वय के साथ क्रियान्वयन किया जाए। इस अवसर पर सिंहस्थ मेला अधिकारी, इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह और उज्जैन कलेक्टर रोशन सिंह ने विभागवार प्रगति की जानकारी दी।
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रविवार रात उज्जैन पहुंचे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार रात्रि को अपने गृह नगर उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने आलोट विधायक डॉ. चिंतामणि मालवीय के साथ विभिन्न विवाह समारोहों में शामिल होकर बधाई दी। इसके पश्चात वे माटी कला बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष अशोक प्रजापत के निवास पर पहुंचे और उनके दिवंगत भाई को श्रद्धांजलि अर्पित की। रात्रि में ही मुख्यमंत्री क्षीरसागर स्टेडियम पहुंचे, जहां उन्होंने अखिल भारतीय फिरोजिया ट्रॉफी 2025 टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह की अध्यक्षता की।