उमरिया जिले के कलेक्ट्रेट कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान एक अनोखा और प्रभावशाली प्रदर्शन देखने को मिला। ग्राम मझौली से आए युवाओं की टोली ने पंचायत में हुए भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन की उदासीनता के विरोध में आवेदन-पावती की माला बनाकर धरना दिया। यह दृश्य देखकर हर कोई हैरान रह गया, वहीं इस प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है।
प्रदर्शनकारी युवाओं ने बताया कि वे बीते कई महीनों से अपनी पंचायत मझौली में हुए निर्माण कार्यों और सरकारी योजनाओं में हुई अनियमितताओं की शिकायतें जिला प्रशासन एवं ब्लॉक अधिकारियों को देते आ रहे हैं। दर्जनों बार आवेदन देने के बावजूद अब तक किसी स्तर पर कोई जांच या कार्रवाई नहीं की गई। प्रशासन की इस बेरुखी से नाराज होकर इन युवकों ने अनोखे अंदाज में विरोध जताया।
जनसुनवाई के दौरान यह युवा अपनी मांगों के समर्थन में जब कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे, तो उन्होंने अब तक जमा की गई सभी आवेदनों की पावती रसीदों को जोड़कर एक माला बना ली थी। उसी माला को गले में पहनकर वे धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि जब तक उनके आवेदनों पर संज्ञान नहीं लिया जाएगा, वे कलेक्ट्रेट परिसर में ही डटे रहेंगे।
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धरने पर बैठे एक युवक ने कहा कि हमने हर दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी। मजबूर होकर हमें यह कदम उठाना पड़ा है। यदि अब भी सुनवाई नहीं हुई, तो हम आमरण अनशन पर बैठेंगे। प्रदर्शन के दौरान नारे लगते रहे भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करो, जनता को न्याय दो, पंचायत की लूट बंद करो। इन नारों ने जनसुनवाई स्थल पर मौजूद अधिकारियों का भी ध्यान आकर्षित किया।
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो मौके पर मौजूद लोगों ने बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया, जो अब वायरल हो चुका है। लोगों ने युवाओं के साहसिक कदम की सराहना करते हुए कहा कि यह आज की जागरूक युवा पीढ़ी का प्रतीक है, जो अपने अधिकारों और गांव की ईमानदारी के लिए संघर्ष कर रही है।
हालांकि, प्रशासन की ओर से अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन जनसुनवाई में उपस्थित कुछ अधिकारियों ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन जरूर दिया है। अब देखना यह होगा कि क्या यह अनोखा प्रदर्शन प्रशासन को जगाने में सफल होता है, या फिर युवकों की यह माला भी भ्रष्ट व्यवस्था की चुप्पी में खो जाएगी।