Hindi News
›
Video
›
Madhya Pradesh
›
Government school books found in junk shop, stir created as soon as matter came to light
{"_id":"673235656c8db67095055774","slug":"government-school-books-found-in-junk-shop-stir-created-as-soon-as-matter-came-to-light-vidisha-news-c-1-1-noi1226-2307346-2024-11-11","type":"video","status":"publish","title_hn":"Vidisha News: कबाड़ी की दुकान में मिली सरकारी स्कूल की किताबें, मामला उजागर होते ही मचा हड़कंप","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Vidisha News: कबाड़ी की दुकान में मिली सरकारी स्कूल की किताबें, मामला उजागर होते ही मचा हड़कंप
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, विदिशा Published by: विदिशा ब्यूरो Updated Mon, 11 Nov 2024 10:59 PM IST
Link Copied
मध्यप्रदेश के लटेरी से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक तरफ सरकार गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए तरह-तरह के इंतजाम कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों की लापरवाही की वजह से सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब बच्चों तक पहुंच नहीं पा रहा है। ऐसा ही एक मामला लटेरी से आया है। यहां सरकारी स्कूल में बच्चों को नि:शुल्क बांटने के लिए किताबें आई थीं, लेकिन उन किताबों को कबाड़ी की दुकान में बेच दिया गया। विदिशा कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने सूचना मिलने पर एसडीएम को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद नायब तहसील हेमंत अग्रवाल द्वारा कार्रवाई करते हुए एक कबाड़ की दुकान से किताबों से भरे बोरे बरामद किए हैं। उक्त कार्रवाई से लटेरी शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
लटेरी नगर में नायब तहसील सहित बीईओ द्वारा एक कबाड़ी की दुकान से सरकारी स्कूल में बांटी जाने वाली किताबों को बरामद करते हुए पंचनामा बनाकर उक्त किताबों को जब्त किया है। नायब तहसीलदार हेमन्त अग्रवाल के मुताबिक सूचना मिली थी कि सरकारी की स्कूल की किताबों को अवैध रूप से बेचा जा रहा है जिसके बाद मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की गई है। कबाड़ी की दुकान से जो किताबें बरामद की गई हैं वो इसी सत्र 2024-25 की बताई जा रही हैं।
अवैध तरीके से बेची जा रहीं किताबें
उक्त मामले में कबाड़ की दुकान चलाने वाले दुकानदार से पूछताछ कर जानकारी जुटाई जा रही है। सरकारी स्कूर की किताबें वीआरसी लटेरी के सुपुर्दगी में सौपीं गई हैं। यह किताब स्कूल के चौकीदार द्वारा कबाड़ी की दुकान पर बेचने के लिए लाई गई थीं।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।