ओडिशा के कटक जिले में शनिवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच झड़प और पत्थरबाजी हो गई। देखते ही देखते मामला इतना बिगड़ गया कि उपद्रवियों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। इस हिंसा में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात को काबू में करने के लिए प्रशासन ने 24 घंटे के लिए मोबाइल डेटा और ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद कर दी हैं।
इसके साथ ही दो गुटों में संघर्ष के बाद हुई नई हिंसा को देखते हुए 13 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। पुलिस की कड़ी निगरानी जारी है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे।
बता दें कि ये पूरा मामला चार अक्तूबर की रात का है, जब एक बजे भुसानी टाइम पर दुर्गा प्रतिमा विसर्जन का जुलूस निकल रहा था। तभी दो समुदायों के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई। बहस ने जल्द ही हिंसा का रूप ले लिया, और देखते ही देखते पत्थर और बोतलें चलने लगीं।
हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बीच-बचाव की कोशिश की। लेकिन उपद्रवियों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। मीडिया रिपोर्ट की माने तो मूल झड़प शुक्रवार और शनिवार की रात को तेज आवाज में संगीत बजाने पर शुरू हुई थी, जिसके बाद पत्थरबाजी भी हुई थी। इसमें कटक डीसीपी ऋषिकेश ज्ञानदेव समेत कई लोग घायल हुए थे। मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
वहीं, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स (ट्विटर) और अन्य इंटरनेट सेवाओं के इस्तेमाल पर अस्थायी रोक लगा दी है। जारी अधिसूचना के अनुसार यह रोक आज शाम सात बजे से कल शाम सात बजे तक लागू रहेगी। बता दें कि यह प्रतिबंध कट्टक म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, कट्टक डेवलपमेंट अथॉरिटी (सीडीए) और 42 मौजा इलाके में प्रभावी रहेगा। मामले में राज्य सरकार का कहना है कि गलत सूचना, अफवाह और भड़काऊ सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए यह कदम जरूरी था।