एक तरफ कफ सिरप से मध्य प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ नकली कफ सिरप की तस्करी भी जोरों पर है। रीवा जिले में नशे के अवैध कारोबार पर शिकंजा कसते हुए समान थाना पुलिस ने रविवार को बड़ी सफलता हासिल की। मुखबिर की सटीक सूचना पर पुलिस ने दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 280 शीशियां नशीली कफ सिरप की बरामद कीं। यह कार्रवाई उस समय की गई जब आरोपी जिले में सिरप की खेप बेचने की तैयारी में थे।
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में कुख्यात अपराधी इरशाद खान, हिमांशु शाहू और असरानी शामिल हैं। इन तीनों का नेटवर्क मध्यप्रदेश के कई जिलों में फैला हुआ था। मुख्य आरोपी इरशाद खान के खिलाफ अकेले रीवा जिले के विभिन्न थानों में करीब 40 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। इनमें लूट, चोरी, हमला और मादक पदार्थ तस्करी जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। यही नहीं, भोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में भी उस पर 20 से अधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, उसका सहयोगी हिमांशु शाहू भी आपराधिक पृष्ठभूमि वाला है, जिस पर 10 प्रकरण पहले से दर्ज हैं।
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जांच में यह भी सामने आया कि यह गैंग लंबे समय से नशीली कफ सिरप को दवा की दुकानों से अवैध तरीके से खरीदकर युवाओं को ऊंचे दामों पर बेचती थी। सिरप में मौजूद मादक तत्वों के कारण यह नशे के रूप में उपयोग किया जा रहा था। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के तार दूसरे जिलों और संभवतः राज्य के बाहर तक फैले हो सकते हैं।
पुलिस ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर विशेष टीम गठित की गई थी। टीम ने दबिश देकर आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया और वाहन समेत सिरप की खेप जब्त की। बरामद की गई कफ सिरप की कीमत हजारों रुपये बताई जा रही है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस सिरप की आपूर्ति कहां से हो रही थी और किन दुकानों या व्यक्तियों से यह खरीदी जा रही थी।