अलवर से सटे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे पर एक बार फिर बड़ा हादसा हो गया। इस दुर्घटना में दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। कुल मिलाकर छह लोग घायल हुए थे, जिनमें से दो की मृत्यु हो गई, जबकि चार घायलों को उपचार के लिए अलवर लाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हादसा बुधवार रात को हुआ। दिल्ली निवासी एक ही परिवार के छह लोग इस दुर्घटना का शिकार हुए। इनमें से दो महिलाओं, स्नेहलता मेहरा और पूनम रावल, की मौत हो गई, जबकि चार घायलों को पहले अलवर जिला अस्पताल लाया गया और बाद में उनके परिजन उन्हें दिल्ली ले गए।
हादसे का शिकार हुए परिवार के सदस्य कोटा-बूंदी में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। शादी के बाद उन्होंने गोविंद देवजी मंदिर में दर्शन किए और फिर दिल्ली लौट रहे थे। लौटते समय बगड़ मेव गांव के पास एक्सप्रेसवे पर यह हादसा हो गया। दुर्घटना का कारण चालक को झपकी आना बताया जा रहा है, जिससे वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
हादसे की सूचना मिलते ही बड़ौदा मेव थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत अलवर के जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उनका उपचार शुरू किया गया। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और मृत महिलाओं के शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अलवर भिजवाया।
गौरतलब है कि जब से यह एक्सप्रेसवे बना है, तब से लगातार यहां हादसे हो रहे हैं। विशेष रूप से अलवर से दौसा की सीमा तक इन दुर्घटनाओं की संख्या अधिक पाई गई है। इस हाईवे का निर्माण पूरा होने के बाद भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद भी इस एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है। जिले की बगड़ मेव थाना पुलिस अधिकतर इन घटनाओं की जांच में जुटती है, क्योंकि अधिकतर हादसे इसी थाना क्षेत्र में होते हैं। इस एक्सप्रेस- वे पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं के चलते यातायात सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि आगे होने वाले हादसों को रोका जा सके।