जिले में कई ऐसे निजी स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिनके पास 10वीं और 12वीं तक की पढ़ाई के लिए वैध मान्यता नहीं है फिर भी वे उच्च कक्षाओं की पढ़ाई करवा रहे हैं। इस मामले को लेकर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसोसिएशन अध्यक्ष लोकेश मिश्रा ने कहा कि जिले में कई निजी स्कूल केवल कक्षा 8वीं तक की मान्यता लेकर 10वीं और 12वीं तक पढ़ाई संचालित कर रहे हैं। ये संस्थान छात्रों की बोर्ड परीक्षाएं अन्य मान्यता प्राप्त स्कूलों से फॉर्म भरवाकर दिलवा रहे हैं, जो शिक्षा विभाग के नियमों का खुला उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि ऐसे स्कूलों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे ये मनमानी कर रहे हैं और छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर ऐसे नियम विरोधी स्कूलों को संरक्षण कौन दे रहा है?
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मिश्रा ने आरोप लगाया कि कुछ प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत से ये स्कूल कई साल से बेरोकटोक संचालित हो रहे हैं और शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिले में कई एकेडमी नामक स्कूल बिना किसी वैध मान्यता के 10वीं और 12वीं तक की पढ़ाई करवा रहे हैं।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चार मुख्य मुद्दे उठाए हैं, जिनमें बिना मान्यता के संचालित हो रहे स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की मांग, फर्जी तरीके से बोर्ड परीक्षाएं दिलवाने वाले स्कूलों की जांच, नियमों का पालन कर रहे स्कूलों को उचित संरक्षण और अवैध स्कूलों को संरक्षण देने वालों की जांच किया जाना शामिल है। एसोसिएशन ने घोषणा की कि इन सभी मुद्दों को लेकर वे मंगलवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे और तत्काल जांच एवं कार्रवाई की मांग करेंगे ताकि ऐसे स्कूलों पर रोक लग सके।