बांसवाड़ा-दाहोद मुख्य मार्ग पर स्थित बांसवाड़ा सिंटेक्स मिल में कार्यरत एक केशियर द्वारा 42 लाख 66 हजार रुपए से अधिक राशि का गबन करने का मामला सामने आया है। मिल प्रबंधन ने इस मामले में आरोपी केशियर दीपक कुमावत के खिलाफ राजतालाब थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
थानाधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि मिल के जनरल मैनेजर राकेश मुगानिया निवासी बाहुबली कॉलोनी की ओर से रिपोर्ट दी गई। शिकायत में बताया गया कि आरोपी दीपक कुमावत, निवासी खांदू कॉलोनी, वर्ष 2023 से बांसवाड़ा सिंटेक्स लिमिटेड में केशियर के पद पर कार्यरत है। उसे कंपनी की राशि बैंक में जमा कराने व निकालने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
ऐसे हुआ गबन का खुलासा
31 मार्च को एसबीआई की मोहन कॉलोनी शाखा में कंपनी के खाते की कम्पाइलेशन के दौरान यह तथ्य सामने आया कि 25 मार्च को दीपक ने 20 लाख रुपए निकाले थे, लेकिन 29 मार्च तक वह न तो राशि बैंक में जमा कर सका और न ही कैश के रूप में राशि उपलब्ध थी। इस पर संदेह होने पर कंपनी प्रबंधन ने दीपक और उसके पिता गुणवंत कुमावत को बुलाकर पूछताछ की।
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भौतिक सत्यापन में सामने आया सच
इसके बाद कंपनी अधिकारियों सुरेश कुमार, सुरेंद्र सिंह शेखावत, विनीत श्रीवास्तव और जिग्नेश पंचाल की मौजूदगी में कैश का भौतिक सत्यापन किया गया। इस दौरान कुल 42 लाख 66 हजार 169 रुपए कम पाए गए। पूछताछ में दीपक कुमावत ने स्वीकार किया कि उसने यह पूरी राशि स्वयं के उपयोग में ले ली, जबकि उसे इसका कोई अधिकार नहीं था।
रिपोर्ट में बताया गया कि दीपक 2023 से कंपनी में कार्यरत है और अन्य खातों की भी जांच की जा रही है। यदि और भी गड़बड़ियां सामने आती हैं, तो अलग से प्रकरण दर्ज किया जाएगा। पुलिस ने आरोपी दीपक कुमावत को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है।