जिले के छोटी सरवन ब्लॉक में अवैध रूप से और अयोग्य व्यक्तियों द्वारा चलाए जा रहे दवाखानों के खिलाफ चिकित्सा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। बीसीएमओ डॉ. मुकेश मईड़ा के नेतृत्व में पांच स्थानों पर छापेमारी की गई। इसमें कुछ दवाखानों को सील किया गया तो कुछ संचालक मौके से फरार हो गए।
कार्रवाई के दौरान उमंग एस गांधी, निवासी बांसवाड़ा द्वारा संचालित छोटी सरवन स्थित चिरायु दवाखाने को सील कर दिया गया। संचालक के पास संबंधित दस्तावेज नहीं थे। नारायण विश्वकर्मा, निवासी पश्चिम बंगाल के कोटड़ा रोड पर संचालित दवाखाना सील किया गया। मौके पर किसी भी प्रकार के दस्तावेज नहीं मिले। मोइनुद्दीन सिद्दीकी, निवासी बांसवाड़ा द्वारा महादेव मंदिर की पीछे वाली रोड पर संचालित दवाखाना भी सील किया गया। यहां भी किसी भी प्रकार के दस्तावेज नहीं मिले। गांव घोड़ी तेजपुर में विजय किरतानिया निवासी पश्चिम बंगाल एक मकान में अस्पताल चला रहा था, यह मौके से भाग गया। पड़ोसियों ने इसकी जानकारी दी। वहीं दिनेश निवासी सालमगढ़, द्वारा घोड़ी तेजपुर में मेन मार्केट स्थित दवाखाना भी बिना अनुमति और अयोग्य व्यक्ति द्वारा संचालित किया जा रहा था। वह भी मौके से भाग गया।
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दानपुर थाने में दिया परिवाद
बीसीएमओ डॉ. मुकेश मईड़ा ने बताया कि बिना पंजीयन, बिना योग्यताधारी व्यक्तियों द्वारा संचालित ऐसे दवाखानों से आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा को खतरा बना रहता है। विभाग द्वारा आगे भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी। सभी के खिलाफ दानपुर पुलिस में परिवाद दर्ज करवाया है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खुशपाल सिंह राठौड़ को अवगत कराया गया है।