बांसवाड़ा जिला मुख्यालय स्थित माही कॉलोनी के कई सरकारी क्वार्टर अब जल्द ही जमींदोज किए जाएंगे। भवनों की जर्जर स्थिति को देखते हुए माही परियोजना के भवन एवं निर्माण खंड के सहायक अभियंता ने इन्हें खाली कराने के लिए नोटिस चस्पा कराए हैं।
करीब चार दशक पूर्व माही परियोजना के सुचारू संचालन के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के आवास हेतु माही कॉलोनी का निर्माण किया गया था। कॉलोनी में विभिन्न श्रेणियों के आवासीय क्वार्टर बने हुए हैं, जिनमें श्रेणी 5 और 6 के क्वार्टर अब खस्ताहाल और रहने योग्य नहीं रह गए हैं। विभागीय अभियंताओं की जांच रिपोर्ट में भी इन भवनों को असुरक्षित घोषित किया गया है।
झालावाड़ हादसे के बाद सरकार हुई सख्त
हाल ही में झालावाड़ जिले के मनोहरथाना क्षेत्र के पीपलोदी गांव में स्कूल भवन ढहने से सात बच्चों की मौत हुई थी। इस दुखद घटना के बाद राज्य सरकार ने सभी विभागों को जर्जर भवनों का उपयोग तत्काल बंद करने और उन्हें ध्वस्त करने के निर्देश दिए हैं। इसी के तहत माही परियोजना के भवन एवं निर्माण खंड ने श्रेणी 5 व 6 के 150 से अधिक आवासीय क्वार्टर खाली कराने की प्रक्रिया शुरू की है।
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इनमें जो क्वार्टर वर्तमान में कर्मियों द्वारा उपयोग में लिए जा रहे हैं, उन्हें मानसून के दौरान किसी संभावित दुर्घटना से बचने के लिए तत्काल खाली करने को कहा गया है। साथ ही, उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी बकाया देनदारियों का निपटारा कर ‘नो ड्यूज सर्टिफिकेट’ प्राप्त करें। सहायक अभियंता द्वारा इन क्वार्टरों पर नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं और अधिकारियों की श्रेणी में आने वाले जर्जर भवनों को भी खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
दुकानें भी घोषित की गईं असुरक्षित, की गई सील
उधर, माही परियोजना की ओर से उदयपुर मुख्य मार्ग पर कार्यालय परिसर में वर्षों पहले बनी दुकानों को भी असुरक्षित घोषित कर दिया गया है। इन दुकानों को खाली करा लिया गया है और वहां स्पष्ट रूप से यह चेतावनी लिख दी गई है कि भवन असुरक्षित है।
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