अजमेर जिले के बिजयनगर में हुए ब्लैकमेल कांड के विरोध में मंगलवार को शाहपुरा में सर्व हिंदू समाज के आह्वान पर सुबह 11 बजे तक बाजार बंद रहे। इस दौरान संतों के नेतृत्व में जुलूस निकालकर एसडीओ कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों को फांसी देने की मांग की। सुबह से ही शाहपुरा के प्रमुख बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। संत समाज और हिंदू संगठनों के नेतृत्व में सैकड़ों महिला-पुरुषों ने रैली में भाग लिया। यह विरोध रैली महलों की चैक से उपखंड कार्यालय तक निकाली गई। प्रदर्शनकारियों ने दोषियों को फांसी दो के नारे लगाते हुए प्रशासन को कठोर कार्रवाई की मांग से अवगत कराया। इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम एसडीओ को ज्ञापन सौंपा गया।
विश्व हिंदू परिषद के सह प्रांत गोरक्षा प्रमुख रामेश्वर लाल धाकड़ ने बताया कि यह ज्ञापन संतों के मार्गदर्शन में दिया गया। प्रमुख संतों में लूलांस रामद्वारा के संत निर्मल राम महाराज, राम विश्वास महाराज, उदयभान गेट श्री राम मंदिर के महंत सीताराम बाबा, अखिल भारतीय संत समिति मेवाड़ मंडल के पूर्व अध्यक्ष और सत्यनारायण की बगीची के महंत रामस्वरूप दास महाराज, मनसा पूर्ण बालाजी तस्वारिया के संत श्रवण पुरी महाराज शामिल रहे।
रैली के दौरान हिंदू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष हनुमान धाकड़ ने ज्ञापन का वाचन किया। विश्व हिंदू परिषद के सह प्रांत गोरक्षा प्रमुख रामेश्वर लाल धाकड़ ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की और देश में बढ़ती इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने पर बल दिया।
इस विरोध प्रदर्शन में नगर परिषद सभापति रघुनंदन सोनी, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष कन्हैयालाल धाकड़, विश्व हिंदू परिषद के सह प्रांत गौ रक्षा प्रमुख रामेश्वर लाल धाकड़, जिला अध्यक्ष जयेंद्र सिंह राणावत, जिला सह मंत्री कैलाश धाकड़, जिला विशेष संपर्क प्रमुख विनोद सनाढय, जिला मठ मंदिर प्रमुख राजेंद्र वैष्णव, हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक हनुमान धाकड़, बजरंग दल के विभाग संयोजक धनराज वैष्णव, भाजपा नगर अध्यक्ष पंकज सुगंधी, शाहपुरा अभिभाषक संस्था के अध्यक्ष दुर्गा लाल राजोरा सहित कई सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
संतों ने दिया कड़ा संदेश
ज्ञापन देने के दौरान सभा को संबोधित करते हुए संत रामस्वरूप दास महाराज ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराधों की रोकथाम के लिए सरकार को कठोर कानून बनाना चाहिए। संत निर्मल राम महाराज ने कहा कि समाज को एकजुट होकर इस तरह की घटनाओं के खिलाफ खड़ा होना होगा। संत समाज ने इस घटना की घोर निंदा की और सरकार से दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दिलाने की मांग की।