भीलवाड़ा जिले के मांडल थाना क्षेत्र में डोडा चूरा के तस्कर और पुलिस के बीच फायरिंग का घटनाक्रम सामने आया है। यह पूरी वारदात मांडल के बाजार में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक बिना नंबर के काले रंग के थार वाहन में डोडा चूरा भरकर तस्करी की जा रही है। इस पर पुलिस ने प्रमुख मार्गों पर नाकाबंदी कर दी। इसके बाद एक थार वाहन नाकाबंदी तोड़ते हुए फरार हो गया।पुलिस ने तत्काल वायरलेस पर सूचना प्रसारित की, जिस पर मांडल थाना पुलिस हरकत में आई।
मांडल थाना प्रभारी विक्रम सिंह के अनुसार, नाकाबंदी से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर एक मोड़ पर थार फंस गई। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी और कांस्टेबल महावीर ने तस्करों को रोकने की कोशिश की। पुलिस जवान ने गाड़ी के ड्राइवर की ओर से विपरीत दिशा में बैठे व्यक्ति की खिड़की का शीशा गन से तोड़ते हुए रुकने का इशारा किया। स्थिति तनावपूर्ण होते देख पुलिस ने वाहन के टायर पर भी गोली चलाई, लेकिन तस्कर किसी तरह थार को निकालकर भागने में कामयाब हो गए।
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तस्करों ने पुलिस से बचने के लिए थार को गांव की संकरी गलियों में घुसा दिया। इस दौरान वे भीम रोड की तरफ भाग निकले। पीछा करते समय पुलिस को रास्ते में थार से फेंके गए तीन कट्टे दिखाई दिए, जिनमें से एक कट्टा में कुल 8 किलो 690 ग्राम डोडा चूरा पाया गया। पुलिस के अनुसार तस्करी में प्रयुक्त थार बिना नंबर की थी, जिससे वाहन और तस्करों की पहचान अभी नहीं हो सकी है। पुलिस साइबर टीम और सीसीटीवी फुटेज की मदद से तस्करों की पहचान कर रही है।पुलिस का कहना है कि बहुत जल्द तस्करों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस की अलग-अलग टीमें तस्करों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। पुलिस इस पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए तस्करों के मोबाइल लोकेशन और पूर्व रिकॉर्ड खंगाल रही है।