जिले के सायला उपखंड क्षेत्र में सोमवार शाम तूरा नदी की रपट पर बड़ा हादसा होते-होते टल गया। सुंधा माता से लौट रही यात्रियों से भरी एक बस तेज प्रवाह के कारण रपट से फिसलकर नदी में बह गई और कुछ दूरी पर जाकर किनारे पर अटक गई। मौके पर मौजूद ग्रामीणों की तत्परता से सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
जानकारी के अनुसार यह बस सुंधा माता से भीनमाल होते हुए सायला की ओर लौट रही थी और इसमें सात से आठ यात्री सवार थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नदी पर पानी का तेज बहाव होने के बावजूद चालक ने बस को रपट से निकालने का प्रयास किया, लेकिन अचानक संतुलन बिगड़ गया और बस सीधे नदी में जा गिरी। तेज बहाव के कारण कुछ दूरी तक बस बह गई, लेकिन किनारे पर अटकने से बड़ा हादसा टल गया।
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बस नदी में गिरते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। आसपास मौजूद ग्रामीण तत्काल नदी की ओर दौड़े और साहस दिखाते हुए सभी सवारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। गनीमत रही कि किसी भी यात्री को चोट नहीं आई और सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि यदि बस नदी के बीचों-बीच फंस जाती या और अधिक बहाव में चली जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं स्थानीय लोगों ने चालक की लापरवाही को इस घटना का कारण बताया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को ऐसे समय में रपट पर यातायात रोकने के लिए प्रभावी व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। इस घटना से क्षेत्र में दहशत और चर्चा का माहौल है, वहीं यात्रियों और उनके परिजनों ने राहत की सांस ली है।