एक तरफ जहां राजस्थान सरकार की कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने सुबह बयान दिया कि पानी की समस्या कम से कम हो और जनता को सुलभ और समय पर पानी मिले इसको लेकर हमारी सरकार कृत संकल्प है। वहीं, दोपहर होते-होते भाजपा की ही केरू प्रधान पानी की मांग को लेकर टंकी पर चढ़ गईं और जलदाय विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप भी लगाए।
दरअसल इंदिरा गांधी नहर में क्लोजर लिया गया। बताया गया कि रखरखाव के लिए यह क्लोजर लिया गया है और क्लोजर में किसी को पानी की समस्या नहीं हो इसको लेकर पानी का स्टॉक जलाशयों में कर लिया गया है, लेकिन फिर भी जिले के कई इलाकों में पानी की समस्या हुई। शहर के निकटवर्ती पंचायत केरु के लोहड़ी देजगरा में पानी की समस्या को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया और अपनी परेशानी बताई, लेकिन जलदाय विभाग के अधिकारियों ने क्लोजर का बहाना करते हुए जलापूर्ति सुचारू नहीं की। हालांकि अब क्लोजर समाप्त हो चुका है और इंदिरा गांधी नहर से पानी भी आ चुका है, फिर भी पानी की समस्या तस की मस बनी हुई है।
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आखिरकार केरू प्रधान अनुश्री पूनिया गांव के लोगों के साथ पानी की टंकी पर चढ़ गईं और जलदाय विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। अपनी ही पार्टी की सरकार होते हुए केरू प्रधान पानी के लिए टंकी पर चढ़ीं और पानी की मांग की। अनुश्री पूनिया ने बताया कि जब पानी के टैंकरों से पानी की सप्लाई शुरू हुई तो भी अधिकारियों ने लापरवाही की और गांव तक पानी नहीं पहुंचा।
बहरहाल कैबिनेट मंत्री के दावे की दोपहर होते-होते पोल खुल गई। उन्हीं की पार्टी की प्रधान पानी की टंकी पर चढ़कर पानी की मांग करने लगीं। अब देखने वाली बात होगी कि लंबे दावे करने के बाद क्या कैबिनेट मंत्री अपने ही इलाके के हलक की प्यास बुझा पाते हैं या नहीं या फिर लोगों को इसी तरह आंदोलन करने पड़ेंगे।