जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की विवेक विहार थाना पुलिस और खनिज विभाग की टीमों ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 3000 टन अवैध बजरी का स्टॉक नष्ट किया है। यह कार्रवाई गुड़ा, मोगड़ा और नंदवान गांव की सरहद में की गई। बजरी का अवैध स्टॉक वन विभाग की जमीन पर रखा गया था।
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राज्य सरकार द्वारा अवैध बजरी खनन पर कार्रवाई के विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं। पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह द्वारा भी अवैध बजरी खनन पर लगातार कार्रवाइयों के निर्देश दिए गए हैं। इसी कड़ी में विवेक विहार थाना पुलिस ने खनिज विभाग की टीमों के साथ मिलकर बजरी के बड़े स्टॉक को नष्ट किया है। यह बजरी का स्टॉक लूनी नदी के पास गुड़ा, मोगड़ा और वन विभाग की जमीन पर किया गया था। 3000 टन अवैध बजरी के स्टॉक को नष्ट किया गया है।
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दरअसल, जोधपुर शहर से कुछ ही दूरी पर लूनी नदी बहती है। इस लूनी नदी पर अवैध बजरी खनन माफिया की नजर है। लूनी नदी से रोजाना अवैध तरीके से बड़ी मात्रा में बजरी का खनन होता है, जिस पर लगाम लगाने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाइयां कर रही है। इससे बजरी माफिया में पुलिस का खौफ है। इस बीच विवेक विहार थाना पुलिस की हुई कार्रवाई की चर्चा भी पूरे शहर में रही है।
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जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट और जोधपुर ग्रामीण पुलिस द्वारा 'ऑपरेशन अखरोट' भी चलाया जा रहा है, जिसके तहत बड़ी संख्या में बजरी के डंपर, ट्रैक्टर और जेसीबी को जब्त किया गया है। साथ ही, खनन करने वाले लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है, जिससे बजरी माफियाओं में भय व्याप्त है। बजरी माफियाओं ने लूनी नदी को अवैध खनन से गड्ढों में तब्दील कर दिया है, जिसके चलते आसपास के ग्रामीण भी बजरी खनन का विरोध करते हैं। लेकिन यह बजरी माफिया है कि रुकने का नाम नहीं ले रहा।