राजस्थान के कोटा जिले में सवारियों से भरी एक बोट अचानक चंबल नदी के बीच में खराब हो गई। इसके बाद बोट में सवार परिवार के लोगों की जान अटक गई। इस दौरान परिवार के सदस्यों ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। जिसमें उन्होंने चंबल नदी के बीच में बोट खराब होने का आरोप लगाते हुए परिवार के सदस्यों की जान का खतरा बताया और कहा कि हम जिस जगह पर है वहां पर चारों तरफ मगरमच्छों का डेरा है। वही वीडियो सामने आने के बाद बोट संचालक बनवारी यदुवंशी ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। साथ ही वीडियो बनवाने वाले शख्स पर पेमेंट नहीं देने का आरोप लगाया है।
दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसके अंदर एक शख्स यह कहते हुए नजर आ रहा है कि वो और परिवार के सदस्य जवाहर सागर डेम की तरफ से वोटिंग सफारी कर रहे थे। इसी दौरान बोट चंबल नदी के बीच में खराब हो गई। बोट संचालक को भी इसकी शिकायत दी गई। लेकिन करीब एक घंटे तक कोई समाधान नहीं हुआ। यहां तक की बोट चला रहा शख्स भी कोई जवाब नहीं दे रहा। बोट के अंदर छोटे बच्चे भी बैठे हुए हैं जो की चारों तरफ पानी देखकर काफी डर गए हैं। वहीं छोटे बच्चों ने भी वीडियो के अंदर प्रशासन से मदद की गुहार लगाई।
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वीडियो सामने आने के बाद बोट संचालक बनवारी यदुवंशी ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि आशीष नाम के व्यक्ति ने 26 दिसंबर को 6 लोगों के लिए जवाहर सागर डेम पर 3 घंटे के लिए बोट बुक करवाई थी। जिसका किराया प्रति व्यक्ति 1800 रुपए तय हुआ था। बोट धीमी चलने और खराब होने की शिकायत मिलने के तुरंत ही सभी का रेस्क्यू कर उन्हें जवाहर सागर बोर्ड जट पर पहुंचाया गया इसके बाद वही वोट 10 अन्य टूरिस्ट को लेकर गई। बोट खराब होने की शिकायत झूठी है। आशीष ने बचे हुए पैसे नहीं दिए और वोटिंग को बदनाम करने के लिए वीडियो वायरल किया है। इसकी रिपोर्ट भी डाबी थाने में दी गई है।