राजस्थान के एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में बीते 24 घंटों के दौरान तेज हवाओं और झमाझम बारिश का सिलसिला देखने को मिला। रविवार सुबह आठ बजे तक 75 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे शहर का मौसम न सिर्फ सुहावना बन गया बल्कि जलाशयों में भी पानी लबालब हो गया। लोअर कोदरा डैम पूरी तरह से ओवरफ्लो हो गया है, जबकि अपर कोदरा डैम महज तीन फीट खाली रह गया है। जल स्रोतों में इस भराव से माउंटआबू शहर की पेयजल आपूर्ति में स्थायित्व आने की संभावना जताई जा रही है।
तेज हवाओं के साथ बारिश ने बदला माउंटआबू का मिजाज
शनिवार रात से शुरू हुई बारिश का दौर रविवार सुबह तक जारी रहा। हवाओं के साथ हो रही लगातार बारिश ने शहर को भीगने पर मजबूर कर दिया। इस बारिश ने जहां एक ओर गर्मी से राहत दी, वहीं हरियाली ने पूरे क्षेत्र को प्राकृतिक चादर से ढंक दिया है। माउंटआबू के प्राकृतिक नालों में पानी की आवक बढ़ गई है और वातावरण में घनी धुंध छाई रही, जिससे नजारे और भी मनोहारी हो गए।
यह भी पढ़ें- Banswara News: जर्जर क्वार्टर्स होंगे जमींदोज, सहायक अभियंता ने नोटिस चस्पा कराए; जानें सबकुछ
तिब्बती मार्केट में पेड़ गिरा, तीन दुकानें क्षतिग्रस्त
बारिश के दौरान तिब्बती मार्केट में एक बड़ा पेड़ गिर गया, जिससे तीन दुकानों को नुकसान पहुंचा। घटना की सूचना मिलते ही जन स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन अधिकारी राजकिशोर शर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। तरुण जमादार, मुकेश, शंकर राणा और सफाईकर्मियों की मदद से पेड़ को काटकर रास्ता साफ किया गया और सड़क मार्ग की व्यवस्था बहाल की गई। हादसे में हालांकि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन दुकान मालिकों को नुकसान झेलना पड़ा।
वीकेंड पर पर्यटकों की उमड़ी भीड़, मौसम ने बढ़ाई रौनक
रविवार का दिन होने के चलते माउंटआबू में पर्यटकों की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिली। लगातार हो रही बारिश, धुंध से ढंके पहाड़, हरियाली और ठंडी हवाओं ने पर्यटकों को जैसे स्वर्गीय अनुभव दे दिया। ताजा बारिश ने माउंटआबू की खूबसूरती में चार चांद लगा दिए हैं, जिससे यह स्थान पर्यटकों के लिए एक बार फिर आकर्षण का केंद्र बन गया है।
यह भी पढ़ें- Alwar: अलवर को मिली स्वच्छता की नई सौगात, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने किए 50 ऑटो टिपरों का लोकार्पण
जिले के अन्य हिस्सों में मौसम रहा शुष्क
हालांकि माउंटआबू को छोड़कर सिरोही जिले के अन्य क्षेत्रों में बारिश की स्थिति नहीं रही। अधिकांश इलाकों में बादल छाए रहने के बावजूद बरसात नहीं हुई, जिससे माउंटआबू में हुई बारिश को जिले भर में एक अपवादस्वरूप घटना माना गया।