माउंटआबू में बंद मकान से सोने-चांदी के जेवरात समेत करीब एक करोड़ की चोरी का पर्दाफाश कर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से चुराया गया सामान और नकदी भी बरामद कर ली गई है। इसे एक आरोपी के घर के पीछे जमीन में गड्ढे में छिपाया गया था।
पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि संपत्ति संबंधी अपराधों के विरूद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसमें माउंटआबू थानाधिकारी प्रदीप डांगा की अगुवाई में टीम द्वारा धानेरा, पुलिस थाना अनादरा, जिला सिरोही निवासी प्रकाश कुमार पुत्र मानाराम कोली एवं महेन्द्र पुत्र मानाराम कोली को गिरफ्तार किया गया है। चुराया गया सामान एक आरोपी के घर के पीछे जमीन में गड्ढे में छिपाया गया था। कार्रवाई में माउंटआबू पुलिस थाना के हेडकांस्टेबल विक्रम कुमार, नारायणलाल, कांस्टेबल मोहनलाल, जगदीश चौधरी, चन्द्र सिंह, दलाराम, बाबू सिंह, ओमाराम, सहीराम एवं विक्रम भारती सम्मिलित रहे। वारदात को ट्रेस आउट कर आरोपियों की गिरफ्तारी और चोरी हुए सोने-चांदी के जेवरात की बरामदगी में कांस्टेबल जगदीश चौधरी एवं मोहनलाल का विशेष योगदान रहा।
यह था मामला
पुलिस के अनुसार इस मामले में विकास नगर, सदर बाजार, माउंटआबू निवासी सतीश चन्द्र अग्रवाल पुत्र ईश्वरलाल अग्रवाल ने बताया कि वह एवं उसका परिवार 19 जनवरी 2025 से 23 जनवरी 2025 तक के लिए माउंटआबू से बाहर गए हुए थे। 23 जनवरी 2025 को सवेरे 10 बजे उसके स्टाफ महेन्द्र का फोन आया कि उसके घर के नीचे गोडाउन का ताला टूटा हुआ है। इस पर उसने अपने भाई सुरेश को फोन किया तो उसने वहां जाकर देखा कि घर में उसके कमरे में ताला टूटा हुआ है। पुलिस को नकबजनी होने की ईत्तला दी गई। इस सूचना के आधार पर हेड कांस्टेबल विक्रम कुमार अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे। मकान मालिक सतीशचंद्र अग्रवाल के मध्यप्रदेश गए हुए थे। उनसे फोन पर संपर्क किया गया। उनके माउंट आबू पहुंचने के बाद कमरे में कपड़े व सामान सब कुछ बिखरा हुआ था। इसके साथ ही अलमारी का भी ताला टूटा हुआ था एवं अलमारी के लॉकर में रखे हुए जेवरात गायब मिले। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
खंगाले गए 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज
पुलिस के अनुसार घटना के बाद पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर मौके पर एमओबी टीम को बुलाया गया। वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी की गई एमओबी टीम द्वारा चांस प्रिंट के संबंध में साक्ष्य एकत्रित किए गए। पुलिस की विशेष टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी डेटाबेस तैयार कर गहनता से विश्लेषण करना शुरू गया। 19 से 23 जनवरी 2025 तक के घटनास्थल के संभावित सभी रूटों पर होटल, रेस्टारेंट, चौराहों एवं टोल बूथ पर लगे 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के वीडियो फुटेज देखकर संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर गोपनीय रूप से नजर रखनी शुरू की गई। घटनास्थल माउंट आबू पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान होने के कारण प्रतिदिन नए नए लोगों का आवागमन होता है। वारदात को ट्रेस आउट करना पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण कार्य था। फिर भी पुलिस की विशेष टीम द्वारा वारदात के खुलासे को चुनौती के रूप में स्वीकार कर कड़ी मेहनत, निष्ठा, लगन, सम्पर्ण व कार्यकुशता का परिचय देते हुए तकनीकी इनपुट व आसूचना संकलन के आधार पर नकबजनी की वारदात को ट्रेस आउट कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जाना से तीन दिनों का पीसी रिमांड लेकर सख्ती से पूछताछ की गई। आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर एक आरोपी के घर की जमीन में गड्ढा खोदकर छिपाए गए चुराए गए सामान को बरामद कर लिया गया है।