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Bihar News : बेगूसराय जेल में पदस्थापित डॉक्टर समेत दो गिरफ्तार, नीट मामले में कई एडमिट कार्ड और नगदी बरामद
न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, समस्तीपुर
Published by: दरभंगा ब्यूरो
Updated Mon, 05 May 2025 02:23 PM IST
सार
Bihar : कई महीनों बाद एक बार फिर नीट का मामला चर्चा में है। चर्चा में इसलिए क्यों कि इसी मामले में पुलिस ने बिहार के जिले में जेल में पदस्थापित डॉक्टर समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से नगद रुपये और कई प्रवेश पत्र भी बरामद हुए हैं।
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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
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विस्तार
समस्तीपुर पुलिस ने नीट परीक्षा में स्कॉलर के द्वारा परीक्षा दिए जाने के मामले का खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर बेगूसराय के जेल में पदस्थापित डॉक्टर रंजीत कुमार समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से तीन मोबाइल के अलावा एक कार और 50 हजार रुपये नगद बरामद की गई है। बरामद मोबाइल में नीट परीक्षा देने वाले कई छात्रों का एडमिट कार्ड भी मिला है।
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इस संबंध में जानकारी देते हुए एएसपी संजय पांडे ने बताया कि पुलिस को टेक्निकल सेल से जानकारी मिली थी कि नीट परीक्षा में मूल परीक्षार्थी के बदले स्कॉलर को बैठाया गया था। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच में जुट गई। एएसपी संजय पांडे ने बताया कि पटना से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस गिरोह की तलाश शुरू की। शहर के मोहनपुर पुल के पास स्थित एक परीक्षा केंद्र के निकट संदिग्ध स्थिति में कार में बैठे दो लोगों से पूछताछ शुरू की। उनके मोबाइल को खंगाला गया तो उसके मोबाइल में कई छात्रों का एडमिट कार्ड मिला। पूछताछ के दौरान दरभंगा लहेरिया सराय काली मंदिर से निकट के रहने वाले रामबाबू मलिक और बेगूसराय जेल में पदस्थापित डॉ रंजीत कुमार ने पूछताछ के दौरान बतया कि नीट परीक्षा में कमजोर परीक्षार्थी को सफल करने के लिए यह लोग परीक्षार्थी के बदले उनके एडमिट कार्ड में छेड़छाड़ कर स्कॉलर को बैठाते हैं, जिसके एवज में ढाई से पांच लाख रुपए लिए जाते हैं। जब मोबाइल की जांच की गई तो कई छात्रों का मोबाइल चार्ट भी बरामद किया गया। जांच के दौरान यह पाया गया कि इनके मोबाइल से परीक्षार्थियों का एडमिट कार्ड और आधार कार्ड आदि आदान-प्रदान किए गए हैं। पूछताछ के दौरान लोगों ने बतलाया कि परीक्षार्थी के बदले स्कॉलर बैठने के लिए 2 से 5 लाख रुपए लेते हैं।
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अब पुलिस यह जांच कर रही है कि समस्तीपुर में इस गिरोह द्वारा किन-किन परीक्षा केंद्रों पर मूल परीक्षार्थी के बदले स्कॉलर को बैठाया गया है, क्योंकि जब उनकी गिरफ्तारी हुई तब तक परीक्षा समाप्त होने वाली थी। वैसे आशंका व्यक्त की जा रही है कि मोहनपुर पुल के पास स्थित एक परीक्षा केंद्र में दो से तीन परीक्षार्थी को बैठाया गया है। डॉक्टर के पास से बरामद मोबाइल में जो एडमिट कार्ड मिला है और उसे परीक्षा केंद्र पर जो परीक्षार्थी बैठे हैं उन सभी का मिलान किया जा रहा है। इस घटना के तार पटना से भी जुड़े हुए हैं। पुलिस इस मामले से जुड़े अन्य लोगों से लगातार पूछताछ कर रही है।