गोरखनाथ मंदिर में सोमवार को आयोजित जनता दर्शन में फिर पुलिस से जुड़ी समस्याएं अधिक पहुंचीं। किसी ने समय से कार्रवाई नहीं होने का प्रार्थनापत्र दिया तो किसी ने पुलिस पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया। पुलिस के खराब आचरण की भी शिकायत की गई। इस पर मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि थानों में आने वाली जनता की शिकायतों का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण होना चाहिए। टालमटोल और जानबूझ कर देरी करने वालों पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने आला अफसरों से थानों में आने वाली शिकायतों और उनके निस्तारण की स्थिति की नियमित समीक्षा करने का निर्देश भी दिया।
सोमवार को गोरखनाथ मंदिर के दो स्थानों हिंदू सेवाश्रम व यात्री निवास में आयोजित मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में 450 से अधिक लोग पहुंचे थे। सीएम ने गोरखनाथ मंदिर के प्रधान कार्यालय के पास स्थित लाल कक्ष में 50 से ज्यादा कार्यकर्ताओं और आम जन की समस्याओं को सुना। जनता दर्शन का कार्यक्रम सुबह 7.30 से 8.30 बजे तक चला। हिंदू सेवाश्रम में सुनवाई के दौरान काफी संख्या में पुलिस थानों से संबंधित शिकायतें मिलीं।
फरियादियों ने आरोप लगाया कि थाने में बार-बार शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं होती। काफी संख्या में राजस्व से जुड़े मामले भी आए। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर रवि कुमार एनजी से कहा कि तहसील दिवस और थाना दिवस में आने वाली सभी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए। थानों एवं तहसीलों में आने वाली शिकायतों का निस्तारण त्वरित और गुणवत्ता पूर्ण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता को उसके मामले में की गई कार्रवाई से संतुष्ट किया जाना चाहिए। इस दौरान कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम विजय किरन आनंद, एसएसपी विपिन टाडा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री जी! हमारी बच्चियां डूबकर मर गईं, हमें मदद भी नहीं मिली
जनता दर्शन के दौरान ग्राम गौरापार सरया तिवारी के रहने वाले वासुदेव, दुर्ग विजय और दुर्गेश ने मुख्यमंत्री से कहा कि साहब! हमारी बच्चिां पानी में डूबकर मर गईं पुलिस ने कोई कार्रवाई तक नहीं की। किसी प्रकार की मदद भी नहीं मिली। सीएम ने तुरंत डीएम को इनकी मदद करने का आदेश दिया। इन लोगों की बच्चियों ईट-भट्ठे के पास बने गड्ढे में भरे बारिश के पानी में दो जून को डूब गईं थीं। इन लोगों ने सीएम को बताया कि इस संदर्भ में खजनी थाने में केस दर्ज है। उनकी बेटियों का पोस्टमार्टम हुआ था, लेकिन किसी तरह की आर्थिक मदद नहीं मिली। हादसे पर रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजा जा चुका है, मगर कुछ नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने डीएम को नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक कल्याण के लिए किया रुद्राभिषेक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लोक कल्याण के लिए गोरखनाथ मंदिर स्थित आवास के बगल दुर्गा शक्ति पीठ पर रुद्राभिषेक किया। पूजा की शुरुआत भगवान गणेश की आराधना से हुई।
मुख्यमंत्री ने 11 लीटर दूध, जल, दही, घी, शक्कर, शहद, गंगा जल, दूब, अक्षत आदि से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया। मंदिर के प्रधान पुजारी रामानुज त्रिपाठी और संस्कृत विद्यालय के 11 वेदपाठी ब्राह्मणों ने अनुष्ठान को संपन्न कराया। रुद्राभिषेक कराने वालों में डॉ. अरविंद चतुर्वेदी, डॉ. रोहित मिश्रा, पुरुषोत्तम चौबे, नित्यानंद तिवारी, शुभम मिश्र, शशांक तिवारी शामिल रहे। मंदिर के प्रधान पुरोहित ने बताया कि रुद्र का तात्पर्य ही दु:खों का शमन करने वाला होता है। ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा कराया गया रुद्राभिषेक समूचे देश व प्रदेश की जनता के दु:खों का शमन करने वाला होगा। संवाद
गोसेवा कर कालू-गुल्लू को दुलारा
सुबह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए सीएम योगी गोशाला पहुंचे। उन्होंने गायों को गुड़ एवं चना खिलाया। गो सेवा करने वाले सेवकों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। इसके बाद स्वान कालू व गुल्लू को दुलार किया।
गोरखपुर एयरपोर्ट से आगरा के लिए गए
मुख्यमंत्री सुबह 10:30 बजे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ गोरखपुर एयरपोर्ट से राजकीय विमान से आगरा के लिए रवाना हुए। वहां से वह हेलीकाप्टर से उन्होंने अलीगढ़ तक की यात्रा की।