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कोडीनयुक्त कफ सिरप: डिपो से नहीं मिले रिकॉर्ड...तीन और फर्में हैं जांच के रडार पर- फर्म के खिलाफ दी तहरीर
अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर
Published by: रोहित सिंह
Updated Mon, 22 Dec 2025 11:58 AM IST
सार
ड्रग कंट्रोल विभाग के सूत्रों के मुताबिक, जिले में इस समय 13 फर्म कोडीनयुक्त सिरप की सप्लाई करती हैं। विभाग ने पिछले दिनों कंपनियों के डिपो से खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड मांगे थे। इसमें 10 फर्मों के रिकॉर्ड विभाग को मिले है जिसमें एक फर्म के स्टॉक में गड़बड़ी पाई गई है।
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कफ सिरप( सांकेतिक)
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
नशे के रूप में इस्तेमाल की जा रही कोडीनयुक्त सिरप की जांच में तीन और फर्म ड्रग कंट्रोल विभाग के रडार पर हैं। इन फर्मों ने जिन कंपनियों के डिपो से सिरप की शीशी मंगाई है, उसके रिकॉर्ड अभी तक नहीं मिले हैं। विभाग के अधिकारियों ने डिपो से तीन साल की खरीद और बिक्री के रिकॉर्ड मांगे हैं।
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वहीं, भालोटिया मार्केट में जिस दवा की दुकान के स्टॉक में गड़बड़ी मिली है, तहरीर मिलने के बाद भी पुलिस ने अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। ड्रग कंट्रोल विभाग की कार्रवाई से भालोटिया मार्केट में हड़कंप मचा है।
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ड्रग कंट्रोल विभाग के सूत्रों के मुताबिक, जिले में इस समय 13 फर्म कोडीनयुक्त सिरप की सप्लाई करती हैं। विभाग ने पिछले दिनों कंपनियों के डिपो से खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड मांगे थे। इसमें 10 फर्मों के रिकॉर्ड विभाग को मिले है जिसमें एक फर्म के स्टॉक में गड़बड़ी पाई गई है।
इसके बाद विभाग की टीम ने भालोटिया मार्केट में छापा मारकर उस एनए फार्मा पर कोडीनयुक्त कफ सिरप और अन्य नशीली दवाओं के स्टॉक की जांच की। स्टॉक और बिल का मिलान नहीं हो पाया।
इसके बाद विभाग की टीम ने भालोटिया मार्केट में छापा मारकर उस एनए फार्मा पर कोडीनयुक्त कफ सिरप और अन्य नशीली दवाओं के स्टॉक की जांच की। स्टॉक और बिल का मिलान नहीं हो पाया।
जांच में पता चला कि इस वर्ष 8,000 बोतल कफ सिरप और लगभग 8,000 ट्रामाडोल टैबलेट बेची गई। एनए फार्मा से कुशीनगर के एनके फार्मा को करीब 800 बोतल कोडीनयुक्त कफ सिरप भेजी गई। बाकी का कोई रिकॉर्ड नहीं है। विभाग ने फर्म संचालक को नोटिस भेजकर जवाब मांगा। संचालक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
आशंका है कि फर्म ने महंगे दाम पर कफ सिरप को नशे के धंधेबाजों को बेच दिया है। इसके बाद विभाग के इंस्पेक्टर ने कैंट थाने में तहरीर दी है। इसके अलावा तीन फर्मों के रिकॉर्ड ही अब तक नहीं मिले हैं। इसके चलते इन फर्माें के स्टॉक की जांच नहीं हो सकी है। सूत्रों की मानें तो इन तीनों फर्मों से भी गड़बड़ी की गई है।
आशंका है कि फर्म ने महंगे दाम पर कफ सिरप को नशे के धंधेबाजों को बेच दिया है। इसके बाद विभाग के इंस्पेक्टर ने कैंट थाने में तहरीर दी है। इसके अलावा तीन फर्मों के रिकॉर्ड ही अब तक नहीं मिले हैं। इसके चलते इन फर्माें के स्टॉक की जांच नहीं हो सकी है। सूत्रों की मानें तो इन तीनों फर्मों से भी गड़बड़ी की गई है।
आठ फर्माें ने दस साल तक बेची सिरप, अब बंद कर दिया कारोबार
जांच-पड़ताल अब तेज हुई है लेकिन धंधेबाज पहले भी कोडीनयुक्त कफ सिरप को नशे के इस्तेमाल के लिए बेचते रहे हैं। सूत्रों की मानें तो भालोटिया मार्केट में कोडीनयुक्त कफ सिरप का कारोबार करने वाली आठ फर्में ऐसी भी हैं जो अब अन्य दवाएं बेच रही हैं। सूत्रों की मानें तो इनके संचालकों ने पिछले दस साल में बड़ी मात्रा में कफ सिरप की खरीद-बिक्री है लेकिन कभी इनके स्टॉक की जांच नहीं की गई।
दरअसल, अगस्त 2022 में ड्रग कंट्रोल विभाग ने गुप्ता बंधुओं से जुड़ी थोक दुकानों की जांच की थी। जांच में पता चला था कि ब्लीचिंग पाउडर के बिल पर नशीली दवाएं मंगाई गईं और अवैध रूप से इसे बेच दिया गया।
जांच-पड़ताल अब तेज हुई है लेकिन धंधेबाज पहले भी कोडीनयुक्त कफ सिरप को नशे के इस्तेमाल के लिए बेचते रहे हैं। सूत्रों की मानें तो भालोटिया मार्केट में कोडीनयुक्त कफ सिरप का कारोबार करने वाली आठ फर्में ऐसी भी हैं जो अब अन्य दवाएं बेच रही हैं। सूत्रों की मानें तो इनके संचालकों ने पिछले दस साल में बड़ी मात्रा में कफ सिरप की खरीद-बिक्री है लेकिन कभी इनके स्टॉक की जांच नहीं की गई।
दरअसल, अगस्त 2022 में ड्रग कंट्रोल विभाग ने गुप्ता बंधुओं से जुड़ी थोक दुकानों की जांच की थी। जांच में पता चला था कि ब्लीचिंग पाउडर के बिल पर नशीली दवाएं मंगाई गईं और अवैध रूप से इसे बेच दिया गया।
स्टॉक में हेराफेरी मिलने पर विभाग की टीम ने गुप्ता मेडिकल एजेंसी और मेडिकल हॉल सहित पांच दुकानों के लाइसेंस को कोडीनयुक्त कफ सिरप की जांच के बाद निलंबित कर दिया था। इसके बाद से ही कफ सिरप को नशीली दवा के रूप इस्तेमाल करने के लिए बेचने का मामला सामने आया था। हालांकि इसके बाद अन्य दुकानों की जांच हुई नहीं।
तीन फर्मों की खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड अभी कंपनियों के डिपो से नहीं मिले हैं। एक फर्म के स्टॉक में गड़बड़ी मिली है तो कैंट थाने में साक्ष्य के साथ तहरीर दी गई है। कोडीनयुक्त सिरप की बिक्री की जांच चल रही है, जहां भी गड़बड़ी मिलेगी, कार्रवाई की जाएगी: पूरनचंद, सहायक आयुक्त, औषधि विभाग
दवा का कारोबार करने वाली एक फर्म के संचालक के खिलाफ तहरीर मिली है। स्टॉक में गड़बड़ी का मामला सामने आया है, साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है, जल्द ही कार्रवाई की जाएगी: अभिनव त्यागी, एसपी सिटी
तीन फर्मों की खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड अभी कंपनियों के डिपो से नहीं मिले हैं। एक फर्म के स्टॉक में गड़बड़ी मिली है तो कैंट थाने में साक्ष्य के साथ तहरीर दी गई है। कोडीनयुक्त सिरप की बिक्री की जांच चल रही है, जहां भी गड़बड़ी मिलेगी, कार्रवाई की जाएगी: पूरनचंद, सहायक आयुक्त, औषधि विभाग
दवा का कारोबार करने वाली एक फर्म के संचालक के खिलाफ तहरीर मिली है। स्टॉक में गड़बड़ी का मामला सामने आया है, साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है, जल्द ही कार्रवाई की जाएगी: अभिनव त्यागी, एसपी सिटी
