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20 की रात 8 बजे के बाद ही होगा होलिका दहन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला लखनऊ
Published by: sahaj sahaj
Updated Thu, 07 Mar 2019 02:12 AM IST
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केमरी में गन्ने की होली जलाते किसान। अमर उजाला
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होलिका दहन इस बार 20 मार्च को होगा, जबकि 21 को रंग खेला जाएगा। रात में ही खत्म हो रही भद्रा केचलते होलिका दहन 20 मार्च की रात 8:12 बजे के बाद करना श्रेयस्कर रहेगा। गोमतीनगर निवासी आचार्य प्रदीप ने बताया, 20 मार्च बुधवार को सुबह 9:19 बजे से पूर्णिमा शुरू हो जायेगी। साथ ही भद्रा रात 8:12 बजे तक रहेगी। इसलिए उसी के बाद होलिका दहन का मुहूर्त बन रहा है। अगले दिन 21 मार्च बृहस्पतिवार को रंग खेला जायेगा। उन्होंने कहा कि होलिका दहन की तीन शर्तें हैं। एक तो पूर्णिमा की तिथि हो, दूसरे रात का समय हो और तीसरा भद्रा बीत चुकी हो।
सूर्यास्त बाद पूजन श्रेष्ठ, चढ़ाएं नया अनाज
आचार्य के मुताबिक, होलिका पूजन में डुंडिका देवी का पूजन अबीर, गुलाल मिश्रित जल से सूर्यास्त के बाद करना चाहिए। उपले, नए अनाज की बालियां चढ़ानी चाहिए। होलिका दहन के बाद उसमें गन्ने को भूनने के साथ ही होलिका में मिष्ठान्न आपूर्त करना चाहिए। उधर, अब चौराहों पर विराजी होलिका का आकार भी बढ़ने लगा है।
घर-बाजारों में होली की दस्तक
बाजारों के अलावा घरों की छतों पर होली की दस्तक होने लगी है। अहियागंज के थोक पिचकारी बाजार में इन दिनों माल तेजी से उठान पर है। ट्रांसगोमती के कारोबारी अमरकांत ने बताया कि पिचकारी और रंग की थोक दुकानों से माल लोग उठा रहे हैं। आस पड़ोस के जिलों से भी पिचकारियों, गुलाल की बुकिंग होने केसाथ ही माल की उठान बंपर है। होली केबाद होने वाले लोकसभा चुनाव केचलते केसरिया गुलाल की भी खूब डिमांड आ रही है। थोक बाजार में सेंटेड केसरिया गुलाल लगभग 4500 से 60 रुपये प्रति क्विंटल के भाव में बताया जा रहा है।
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आचार्य के मुताबिक, होलिका पूजन में डुंडिका देवी का पूजन अबीर, गुलाल मिश्रित जल से सूर्यास्त के बाद करना चाहिए। उपले, नए अनाज की बालियां चढ़ानी चाहिए। होलिका दहन के बाद उसमें गन्ने को भूनने के साथ ही होलिका में मिष्ठान्न आपूर्त करना चाहिए। उधर, अब चौराहों पर विराजी होलिका का आकार भी बढ़ने लगा है।
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घर-बाजारों में होली की दस्तक
बाजारों के अलावा घरों की छतों पर होली की दस्तक होने लगी है। अहियागंज के थोक पिचकारी बाजार में इन दिनों माल तेजी से उठान पर है। ट्रांसगोमती के कारोबारी अमरकांत ने बताया कि पिचकारी और रंग की थोक दुकानों से माल लोग उठा रहे हैं। आस पड़ोस के जिलों से भी पिचकारियों, गुलाल की बुकिंग होने केसाथ ही माल की उठान बंपर है। होली केबाद होने वाले लोकसभा चुनाव केचलते केसरिया गुलाल की भी खूब डिमांड आ रही है। थोक बाजार में सेंटेड केसरिया गुलाल लगभग 4500 से 60 रुपये प्रति क्विंटल के भाव में बताया जा रहा है।
