UP News: यूपी में अब पशुओं का इलाज होगा सस्ता, हर ब्लॉक में खुलेंगे पशु जन औषधि केंद्र...मिलेंगी जेनेरिक दवाएं
यूपी में अब पशुओं का इलाज सस्ता होगा। हर ब्लॉक में पशु जन औषधि केंद्र खुलेंगे। यहां जेनेरिक दवाएं मिलेंगी। इससे पशुपालकों को राहत मिलेगी। केंद्र खोलने के लिए हर जिले में नोडल अधिकारी बनाए गए हैं।
विस्तार
उत्तर प्रदेश में इंसानों की ही तरह अब पशुओं को भी जेनेरिक दवाएं मिल सकेंगी। इसके लिए हर ब्लॉक में पशु जन औषधि केंद्र खोलने की कवायद शुरू हो गई है। इससे पशुओं का इलाज सस्ता होगा। इन केंद्रों को खोलने के लिए हर जिले में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को मिलने वाली जेनेरिक दवाओं की तरह ही अब पशुपालकों को भी सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने की तैयारी है। ब्लॉकों में खुलने वाले पशु जन औषधि केंद्रों पर एंटीबायोटिक्स, टीके, डी वॉर्मिंग दवाएं, विटामिन और अन्य जरूरी दवाएं उपलब्ध होंगी। पूरे प्रदेश में ऐसे 826 जन औषधि केंद्र खोलने की तैयारी है।
इन केंद्रों को खोलने के लिए हर जिले में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (सीवीओ) कार्यालय में एक नोडल अधिकारी तैनात किया गया है। वह केंद्र खोलने के लिए आने वाले आवेदकों की मदद करेंगे। जरूरी दस्तावेजों की जांच के साथ ही आवेदकों की शंकाओं का समाधान भी करेंगे। जिला स्तर से आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पोर्टल के जरिये उसे प्रदेश स्तर पर भेजा जाएगा। यहां से अंतिम मुहर लगने के बाद पशु जन औषधि केंद्रों का संचालन शुरू हो जाएगा।
आवेदन के लिए पोर्टल शुरू
राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी डॉ. विवेकानंद बताते हैं कि पोर्टल शुरू हो गया है। पशु जन औषधि केंद्रों का संचालन सहकारी समिति और पीएम कृषक समृद्धि केंद्र के सदस्य ही कर सकेंगे। आवेदन के लिए फार्मासिस्ट पंजीकरण प्रमाणपत्र और ड्रग लाइसेंस लेना होगा। कई जिलों में आवेदन मिले हैं उन पर सीवीओ कार्यालय से सत्यापन किया जा रहा है। प्रयास है कि जल्द से जल्द सभी ब्लॉकों में ये केंद्र खोल दिए जाएं। इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
सस्ता होगा पशुओं का इलाज : डॉ. पंकज
पशु चिकित्सक डॉ. पंकज गुप्ता बताते हैं कि पशुओं की दवाएं बाजार में काफी महंगी हैं। कई बार नकली दवाएं भी मिल जाती हैं। पशुपालक समय से पशुओं का इलाज नहीं करा पाते हैं। जेनेरिक दवाएं काफी सस्ती हैं। ऐसे में हर पशु का इलाज आसान हो जाएगा। पशुधन के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
फैक्ट फाइल
- प्रदेश में पशु चिकित्सालय : 2202
- पशु औषधालय : 267
- पशुधन सेवा केंद्र : 2575
- पशुओं की संख्या : करीब 6.78 करोड़
