{"_id":"6135a18c8ebc3e61d82f71be","slug":"people-of-gorakhpur-still-facing-problem-of-waterlogging-due-to-floods-and-rains","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"मुसीबत: अब भी जलभराव की समस्या झेल रहे हैं गोरखपुर के लोग, घुटनों तक पानी से होकर कामकाज के लिए जा पा रहे हैं लोग","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
मुसीबत: अब भी जलभराव की समस्या झेल रहे हैं गोरखपुर के लोग, घुटनों तक पानी से होकर कामकाज के लिए जा पा रहे हैं लोग
अमर उजाला नेटवर्क, गोरखपुर। Published by: vivek shukla Updated Mon, 06 Sep 2021 10:43 AM IST
विज्ञापन

गोरखपुर में जलभराव।
- फोटो : अमर उजाला।

गोरखपुर में बाढ़ का पानी आने और बारिश का पानी नहीं घटने से शहर के विभिन्न इलाकों में अब भी जलभराव बना हुआ है। इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं पिछले करीब एक महीने से शहर के निचले इलाकों के लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। बारिश को थमे हुए एक सप्ताह से ज्यादा हो चुका है, इसके बावजूद शहर के विभिन्न इलाकों में पानी भरा हुआ है। जंगल नकहा नंबर एक वार्ड के गायत्रीपुरम, नकहा, कौशलपुरम, चमनपुर समेत कई इलाकों में अब भी घुटने तक पानी है। नगर निगम की ओर से 10 पंप और दो सीवर टैंकर लगे हुए हैं। इसके बावजूद समस्या पूरी तरह से खत्म नहीं हो पा रही है। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूल जाने वाले बच्चों और कामकाजी लोगों को है। पानी के बीच से होकर काम पर जाना लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। सिंघड़िया इलाके की विभिन्न कॉलोनियों में अब भी पानी भरा हुआ है। घुटनों तक पानी से होकर लोग कामकाज के लिए जा पा रहे हैं। खाले टोला के लोग भी जलभराव से काफी परेशान हैं।
Trending Videos

गोरखपुर में जलभराव।
- फोटो : अमर उजाला।
खाले टोला के विनय सिंह ने बताया कि पिछले दो महीने से समस्या झेल रहे हैं। बच्चों को स्कूल जाने में, नौकरीपेशा लोगों को काम पर जाने में काफी दिक्कत झेलनी पड़ रही है। जितनी समस्या झेल रहे हैं, ऐसे में तो अब मन करने लगा है कि कहीं और जाकर बस जाएं। वहीं नकहा नंबर एक के चमनगंज की ज्योत्सना बताती हैं कि जॉब करती हूं, ऐसे में रोज सुबह घुटने भर पानी से होकर गुजरना पड़ता है। वहीं लौटते वक्त रात हो जाती है। ऐसे में पानी से गुजरने में काफी डर लगता है। जल्द से जल्द जलभराव खत्म हो तो राहत मिलेगी।
विज्ञापन
विज्ञापन

गोरखपुर में जलभराव।
- फोटो : अमर उजाला।
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री के सामने उठाई जलभराव की समस्या, ज्ञापन सौंपा
खाले टोला व सिंघड़िया क्षेत्र में जलभराव की समस्या को लेकर भाजपा के मालवीय नगर मंडल के मंत्री विनय कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि खाले टोला में 15 दिनों से ज्यादा समय से एक हजार से ज्यादा परिवार चार से पांच फीट पानी में रहने को विवश है। कई लोगों के घरों में भी पानी घुस गया है। जिससे इन लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। वही सिंघड़िया इलाके में नेशनल हाईवे पर लगातार पानी बह रहा है। सांसद रवि किशन शुक्ला के आवास के सामने भी डेढ़ माह से अनवरत 2 फुट पानी बह रहा है।
खाले टोला व सिंघड़िया क्षेत्र में जलभराव की समस्या को लेकर भाजपा के मालवीय नगर मंडल के मंत्री विनय कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि खाले टोला में 15 दिनों से ज्यादा समय से एक हजार से ज्यादा परिवार चार से पांच फीट पानी में रहने को विवश है। कई लोगों के घरों में भी पानी घुस गया है। जिससे इन लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। वही सिंघड़िया इलाके में नेशनल हाईवे पर लगातार पानी बह रहा है। सांसद रवि किशन शुक्ला के आवास के सामने भी डेढ़ माह से अनवरत 2 फुट पानी बह रहा है।

गोरखपुर में जलभराव।
- फोटो : अमर उजाला।
गोरक्ष नगर कॉलोनी के सैकड़ों परिवार घर में ही कैद हो गए हैं। लगातार जल बहाव से 300 मीटर लंबे मुख्य रोड पर भयंकर काई लग गई है। जिसमें रोज लोग फिसल कर गिर रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने जल्द व्यवस्था किए जाने का आश्वासन दिया। इस मौके पर सुरेंद्र यादव, अश्वनी सिंह, प्रमोद, अंकित त्रिपाठी, अभिषेक, अभय पांडेय, अशोक सिंह आदि रहे।
विज्ञापन

नगर आयुक्त ने जलभराव वाले क्षेत्रों का किया निरीक्षण
- फोटो : अमर उजाला।
नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने रविवार को शहर के जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पंपों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। इस दौरान उप नगर आयुक्त संजय शुक्ला, चीफ इंजीनियर सुरेश चंद आदि मौजूद रहे।
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने रविवार को शहर के जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पंपों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। इस दौरान उप नगर आयुक्त संजय शुक्ला, चीफ इंजीनियर सुरेश चंद आदि मौजूद रहे।