Sleep Cycle Improvement Tips: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्लीप साइकिल यानी सोने-जागने का समय खराब होना एक आम समस्या बन गई है। यह साइकिल शरीर की सर्केडियन रिदम द्वारा नियंत्रित होती है। जब यह चक्र बिगड़ जाता है, तो हमें इन्सोम्निया या पर्याप्त नींद के बावजूद दिनभर थकान और आलस महसूस होता है। स्लीप साइकिल बिगड़ने का मुख्य कारण अनियमित सोने का समय, देर रात तक स्क्रीन देखना और तनाव होता है।
Health Tips: खराब हो गया है आपका स्लीप साइकिल? दिनचर्या में करें ये बदलाव हमेशा के लिए दूर होगी परेशानी
Sleep Cycle Tips: स्लीप साइकिल खराब होना एक आम समस्या है जिससे लगभग सभी लोग कभी न कभी जरूर दो चार होते हैं। इससे हमारे सेहत पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। इसलिए इसे सुधारना बहुत जरूरी है। आइए इस लेख में इसी के बारे में जानते हैं।
एक निश्चित समय पर सोने और जागने की आदत
अपने स्लीप साइकिल को ठीक करने का सबसे पहला और महत्वपूर्ण नियम है निश्चित समय पर सोने और जागने की आदत डालना। रोजाना एक ही समय पर सोना और जागना, आपके मस्तिष्क को यह संकेत देता है कि मेलाटोनिन (नींद का हार्मोन) कब रिलीज करना है।
यह आपके सर्केडियन रिदम को स्थिर करता है, जिससे आपको आसानी से और समय पर नींद आने लगती है। इस नियम का पालन करने से शरीर का पूरा साइकिल नेचुरल रूप से सेट हो जाता है।
नीली रोशनी से पूरी तरह बचें
सोने से एक घंटा पहले सभी तरह की स्क्रीन मोबाइल, लैपटॉप, और टैबलेट को दूर रख दें। इन उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी सीधे आपके मस्तिष्क को प्रभावित करती है और मेलाटोनिन नामक हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित करती है। मेलाटोनिन के बिना, मस्तिष्क को यह संकेत नहीं मिल पाता कि सोने का समय हो गया है। इसलिए सोने से पहले किताबें पढ़ें या संगीत सुनें।
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तनाव कम करें और शांत माहौल बनाएं
स्लीप साइकिल बिगड़ने का एक बड़ा कारण मानसिक तनाव है। सोने से पहले दिमाग को शांत करने के लिए 5 मिनट का ध्यान या गहरी सांस लेने के व्यायाम करें। अपने बेडरूम को अंधेरा, शांत और आरामदायक बनाएं। हल्का ठंडा तापमान नींद के लिए सबसे अच्छा होता है। शांत माहौल तनाव हार्मोन कोर्टिसोल के लेवल को कम करता है, जिससे आप आसानी से गहरी नींद में जा सकते हैं।
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सुबह उठते ही कुछ देर धूप लेना आपकी सर्केडियन रिदम को रीसेट करने में मदद करता है। धूप से मिलने वाली रोशनी मेलाटोनिन उत्पादन को रोककर आपको जगाने का संकेत देती है। इसके साथ ही दोपहर 2 बजे के बाद चाय या कॉफी जैसे कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें, क्योंकि कैफीन का असर लंबे समय तक बना रहता है और यह आपकी रात की नींद को बाधित कर सकता है। इन चार नियमों का पालन करके आप अपने स्लीप साइकिल को ठीक कर सकते हैं।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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