आगरा के थाना जगदीशपुरा के मालखाने से 25 लाख की चोरी के मामले में हिरासत में लिए गए अरुण नरवार की मौत के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज हुए तीन दिन बीत गए, लेकिन विवेचना एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है। परिवार का आरोप है कि अब तक आरोपियों के नाम तक उजागर नहीं किए गए हैं। मुकदमा अज्ञात में लिखा गया है। इसमें आरोपियों के नाम कब आएंगे, यह कोई बताने वाला नहीं है।
अरुण नरवार की मौत के बाद आगरा से लेकर लखनऊ तक राजनीति गरमा गई है। पीड़ित परिवार से मिलने आने वाले नेताओं का जमावड़ा लगा रहता है। हर कोई परिवार को सांत्वना दे रहा है। अरुण की मां कमला देवी और सोनम सभी से एक ही सवाल कर रही हैं कि उनको न्याय कब मिलेगा, उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं हैं। अरुण की जान ले ली गई। उसका कोई कसूर नहीं था। चोरी पुलिस वालों ने कराई थी। वो नाम बताने वाला था।
मृतक के भाई रिंकू का कहना था कि मुकदमा दर्ज करके पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित जरूर कर दिया गया, लेकिन आरोपियों के नाम मुकदमे में कब शामिल होंगे, यह कोई नहीं बता रहा है। जांच कौन करेगा, विवेचना कब शुरू होगी, भाई अरुण की मौत पुलिस हिरासत में हुई थी। उसके साथ ज्यादती की गई। आरोपियों को अब तक सजा नहीं मिली है। उनकी गिरफ्तारी की जानी चाहिए।
शुक्रवार को परिवार से मिलने पहुंचे भाजपा नेताओं ने तैनात पुलिस अधिकारियों से आरोपियों पर कार्रवाई के बारे में पूछा। पुलिस अधिकारियों का कहना था कि विवेचना अलीगढ़ रेंज के जिले से कराई जा रही है, जिससे निष्पक्ष विवेचना की जा सके।
अलीगढ़ डीआईजी को आदेश का इंतजार
पुलिस हिरासत में अरुण की मौत के मुकदमे की विवेचना अलीगढ़ रेंज के किसी थाने या मुख्यालय पर ही किसी विवेचक से कराई जा सकती है। यह सूचना डीआईजी अलीगढ़ रेंज दीपक कुमार को प्राप्त हो गई है, लेकिन शुक्रवार देर शाम समाचार लिखे जाने तक आदेश का इंतजार होता रहा। डीआईजी का कहना है कि आदेश मिलते ही विवेचना आवंटन की प्रक्रिया पर निर्णय लिया जाएगा।
मानवाधिकार आयोग की गाइडलाइन के अनुसार, किसी थाने या जिले की पुलिस पर हिरासत में मौत के आरोप के मुकदमे की विवेचना उस थाने या जिले से बाहर कराई जानी चाहिए। इसी गाइडलाइन के अनुसार, एडीजी जोन राजीव कृष्ण के स्तर से इस प्रकरण की विवेचना अलीगढ़ रेंज से कराए जाने का निर्णय लिया गया है।
डीआईजी अलीगढ़ रेंज दीपक कुमार ने बताया कि एडीजी स्तर से आगरा में हुए प्रकरण की विवेचना अलीगढ़ रेंज को आवंटित करने का निर्णय लिया गया है। यह सूचना मिल गई है। मगर, दोपहर बाद तक आदेश प्राप्त नहीं हुआ था। आदेश प्राप्त होते ही विवेचना रेंज में किसी भी विवेचक या किसी भी जिले को आवंटित करने पर निर्णय लिया जाएगा।