आगरा के थाना जगदीशपुरा के मालखाने से 25 लाख की चोरी के मामले में हिरासत में लिए गए अरुण नरवार की मौत के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज हुए तीन दिन बीत गए, लेकिन विवेचना एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है। परिवार का आरोप है कि अब तक आरोपियों के नाम तक उजागर नहीं किए गए हैं। मुकदमा अज्ञात में लिखा गया है। इसमें आरोपियों के नाम कब आएंगे, यह कोई बताने वाला नहीं है।
अरुण नरवार की मौत के बाद आगरा से लेकर लखनऊ तक राजनीति गरमा गई है। पीड़ित परिवार से मिलने आने वाले नेताओं का जमावड़ा लगा रहता है। हर कोई परिवार को सांत्वना दे रहा है। अरुण की मां कमला देवी और सोनम सभी से एक ही सवाल कर रही हैं कि उनको न्याय कब मिलेगा, उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं हैं। अरुण की जान ले ली गई। उसका कोई कसूर नहीं था। चोरी पुलिस वालों ने कराई थी। वो नाम बताने वाला था।
अरुण नरवार की मौत के बाद आगरा से लेकर लखनऊ तक राजनीति गरमा गई है। पीड़ित परिवार से मिलने आने वाले नेताओं का जमावड़ा लगा रहता है। हर कोई परिवार को सांत्वना दे रहा है। अरुण की मां कमला देवी और सोनम सभी से एक ही सवाल कर रही हैं कि उनको न्याय कब मिलेगा, उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं हैं। अरुण की जान ले ली गई। उसका कोई कसूर नहीं था। चोरी पुलिस वालों ने कराई थी। वो नाम बताने वाला था।