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Kanpur Kidnapping Case: पुलिस का सवाल, संजीत के परिजनों ने खाते से रुपये निकाले बिना कैसे दी फिरौती

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर Published by: प्रभापुंज मिश्रा Updated Mon, 27 Jul 2020 03:18 PM IST
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Police's question, how Sanjit's family gave ransom without withdrawing money from account
kanpur kidnapping case - फोटो : amar ujala
संजीत यादव अपहरण कांड में तीस लाख की फिरौती का मुद्दा पुलिस और परिजनों के लिए गले की फांस बनता चला जा रहा है। एक ओर परिजन फिरौती की रकम जाने की बात कर रहे हैं तो दूसरी ओर पुलिस बैंक में पैसे ना होने की बात को साबित करने के लिए कभी संजीत के परिजनों की कॉल रिकॉर्डिंग तो कभी उनके खातों की बैंक स्टेटमेंट वायरल करने में लगी है।

 
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kanpur kidnapping case - फोटो : अमर उजाला
हालांकि परिजन अभी भी अपनी बात पर टिके हुए हैं। तीस लाख की फिरौती जाने के बाद भी संजीत यादव के ना छूटने से पुलिस की भद्द पिटी थी। देशभर के अधिकारियों और मीडिया की आलोचनाओं की शिकार हुई कानपुर पुलिस शुरुआत से ही फिरौती के लिए फेंके गए बैग में पैसे ना होने की बात कह रही थी।

 
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kanpur kidnapping case - फोटो : अमर उजाला
जबकि संजीत के परिजनों का कहना था कि उन्होंने कुछ पैसे अपने रिश्तेदारों जान पहचान वालों से उधार लेकर फिरौती की रकम दे दी थी। रविवार को पुलिस ने संजीत के परिजनों की बैंक स्टेटमेंट सोशल मीडिया पर वायरल कर दावा किया कि अगर फिरौती देने के लिए परिजनों ने पैसे दिए थे तो उनके खातों में लाखों रुपए कहां से आए।

 
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kanpur kidnapping case - फोटो : amar ujala
इस संबंध में संजीत के पिता चमन सिंह ने बताया कि उनका स्वास्थ्य ठीक ना होने और तुरंत पैसों का इंतजाम करने के कारण वह खातों से पैसे नहीं निकाल सके थे। जब बेटे के अपहरण की जानकारी उनके रिश्तेदारों को हुई तो सभी ने नकदी देकर उनकी मदद की।

 
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kanpur kidnapping case - फोटो : amar ujala
जिनको उन्हें पैसा निकाल कर देना था, लेकिन खराब स्वास्थ्य और मानसिक तनाव के चलते खाते से पैसा नहीं निकाल सके। तत्कालीन इंस्पेक्टर रणजीत राय के साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग वायरल होने के संबंध में उन्होंने बताया कि बेटे के गम में उस वक्त उनकी कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। इंस्पेक्टर जो बोलते गए वह उनका सिर्फ हां में जवाब देते रहे।
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