निघासन सर्किल के थाना सिंगाही में एक वेब सीरीज की शूटिंग होती रही, लेकिन जिम्मेदार इससे बेखबर रहे। उधर, सिंगाही थानेदार शूटिंग का लुत्फ लेते रहे। उधर, मामला हाईलाइट होने के बाद अब पुलिस और प्रशासन एक दूसरे के पाले में गेंद फेंक रहे हैं।
मामला थाान सिंगाही से जुड़ा हुआ है, जहां बीते गुरुवार को थाने में एक वेब सीरीज की पांच घंटों तक शूटिंग होती रही। लेकिन किसी को कानों-कान ख़बर नहीं हुई। शूटिंग से जुड़े फोटो और वीडियो सामने आने के बाद अब पुलिस और प्रशासन को जवाब देते नहीं बन रहा है। एसडीएम कह रही हैं कि शूटिंग की अनुमति थी, जबकि सीओ कह रहे हैं, कि उन्हें जानकारी नहीं है।
जानकारी के मुताबिक थाना सिंगाही क्षेत्र के गांव मांझा निवासी एक युवक वेब सीरीज की शूटिंग कर रहा है। यह शूटिंग करीब 15 दिनों से अलग -अलग जगहों पर की जा रही है। गुरुवार को यह शूटिंग थाना सिंगाही में कराई गई। शूटिंग करीब पांच घंटे से अधिक समय चली।
प्रभारी निरीक्षक से लेकर दफ्तर, पहरा तक की बागडोर कलाकारों ने संभाल ली। शूटिंग के दौरान एसओ राजकुमार सरोज सहित पूरा स्टाफ शूटिंग का आनंद लेता रहा। थाना सिंगाही में परिसर के अलावा अन्य सरकारी चीजों का इस्तेमाल किया गया। बताया कि बकायदा प्रभारी निरीक्षक के कार्यालय, दफ्तर, हवालात से लेकर सब इंस्पेक्टरों तक की कुर्सियों को शूटिंग में इस्तेमाल किया गया।
वेब सीरीज की शूटिंग करने वाली टीम के पास चार पहिया गाड़ी है। इस गाड़ी पर पुलिस कलर की पट्टी पड़ी है। इतना ही उस पर यूपी पुलिस भी लिखा है। लेकिन, मामला सामने आने के बाद अब इसे रफा-दफा करने की कोशिश की जा रही है। उधर, प्रभारी निरीक्षक राजकुमार का दावा है कि थाने में शूटिंग नहीं हुई बल्कि थाने के पीछे शूटिंग हुई है और प्रोड्यूसर ने इसका सेट तैयार करवाया था।
निघासन के क्षेत्राधिकारी (सीओ) सुबोध कुमार जायसवाल ने बताया कि वेब सीरीज की शूटिंग की जानकारी मिली है। एसओ राजकुमार ने बताया है कि थाने में शूटिंग नहीं हुई है, थाने के पीछे शूटिंग हुई है। मामले की जांच की जा रही है जांच के बाद रिपोर्ट एसपी को दी जाएगी। वहीं एसडीएम श्रद्धा सिंह ने कहा कि निघासन क्षेत्र में शूटिंग की अनुमति दी गई थी। थाने में शूटिंग की अनुमति नहीं दी गई थी।