किसी से कहा तो फेल कर दूंगा..,जूनियर डॉक्टर से छेड़छाड़ पर फूटा गुस्सा, सामने आई पुलिस की लापरवाही

हैदराबाद में महिला डॉक्टर से दरिंदगी और हत्या से देशभर में आक्रोश है। मेरठ मेडिकल कॉलेज में महिला जूनियर डॉक्टर से छेड़छाड़ की वारदात पर फिर से वही आवाज उठी। साथी जूनियर डॉक्टर हाथों में तख्ती लेकर मेडिकल थाने में नारे लगा रहे थे।

इन तख्तियों पर लिखा था कि ‘रेपिस्ट! बाहर निकल’, ‘घटना पे घटना आखिर कब तक’। बेटियां कब तक करेंगी सहन, कब जागेगी पुलिस। यह आक्रोश देखकर पुलिस टीम आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार करने उसके आवास पर पहुंची। लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर से छेड़छाड़ का मामला तूल पकड़ गया। पुलिस की लापरवाही भी उजागर हो गई। थाना पुलिस मामले को समझ नहीं पायी। पुलिस की ढीली कार्रवाई पर महिला और जूनियर डॉक्टरों की मीटिंग हुई। जिसमें बेटियों की सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई। उसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने आरोपी डॉक्टर कपिल सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
जूनियर डॉक्टर जब हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए मेडिकल थाने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, जिस पर वह और आगबबूला हो गए। बोले, दरिंदों को सजा दो, चाहे कोई भी हो। डॉक्टरों में जबरदस्त गुस्सा देखकर पुलिस एक्शन मोड में आ गई। तुरंत डॉक्टर कपिल पर केस दर्ज कर तलाश में आवास पर दबिश दी। लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ा। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालते हुए मेडिकल कॉलेज प्रशासन से बात की।
क्यों नहीं दिखाई गंभीरता
इस वारदात ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन की सक्रियता पर सवालिया निशान लगाए हैं। शाम पांच बजे से रात 12 बजे तक यह मामला चलता रहा। लेकिन कॉलेज प्रशासन ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। इसको लेकर मेडिकल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
बिल पर हस्ताक्षर कराने थे
महिला डॉक्टर ने तहरीर में लिखा है कि डॉ. कपिल सिंह से उनको ओटी और बिलों पर हस्ताक्षर कराने थे। डॉक्टर ने हस्ताक्षर करने से मना किया और घर पर आने को कहा। डॉक्टर ने फोन करके बुलाया, जहां पर उन्होंने यह वारदात की। डॉक्टर ने जूनियर डॉक्टरों से पैसा लेने की बात कही। इस पर भी अलग से महिला डॉक्टरों ने जांच कराने की मांग की है। पुलिस का कहना है कि डॉ. कपिल सिंह का पुराना रिकॉर्ड भी देखा जाएगा।
किसी से कहा तो फेल कर दूंगा
ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. कपिल सिंह पर आरोप है कि उन्होंने जूनियर डॉक्टर को धमकी दी कि अगर उसने किसी से कहा तो वह उसको फेल कर देगा। वारदात के बाद भी दो बार डॉ. सिंह ने महिला डॉक्टर को कॉल की। लेकिन पीड़िता ने कॉल रिसीव नहीं की। महिला डॉक्टर ने जान का खतरा बताया है।
देर रात तक धरने पर बैठे डॉक्टर
देर रात तक महिला डॉक्टर और जूनियर डॉक्टर मेडिकल थाने में धरने पर बैठे रहे। कहा कि जब तक आरोपी डॉक्टर गिरफ्तार नहीं होगा, तब तक थाने से नहीं उठेंगे। पुलिस आरोपी डॉक्टर की तलाश में दबिश देती रही। महिला डॉक्टर मूल निवासी लखनऊ की बताई गई है।
प्रबंधन का अब कोई रोल नहीं
इस मामले में जूनियर डॉक्टर ने मेडिकल प्रबंधन से कोई शिकायत नहीं की। न ही मुझे कोई सूचना दी। उसने थाने में जाकर शिकायत की है। उसे पहले मुझसे या प्रबंधन से शिकायत करनी चाहिए थी, ताकि इस मामले की इंटरनल जांच कराई जाती। प्रबंधन कमेटी के कुछ चिकित्सकों को थाने भेजा गया था, मगर वहां सीओ ने उनसे कहा कि पुलिस शिकायत के आधार पर कार्रवाई कर रही है। इसमें प्रबंधन का अब कोई रोल नहीं है। -डॉ. आरसी गुप्ता, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज
महिला अपराध के प्रति पुलिस गंभीर है। जैसे ही पता चला कि महिला जूनियर डॉक्टर से ईएनटी विभागाध्यक्ष ने छेड़छाड़ की है तो तुरंत मुकदमा दर्ज कराया गया। आरोपी डॉक्टर की तलाश में दबिश दी जा रही हैं। जल्द गिरफ्तारी होगी। -अजय साहनी, एसएसपी
बिल पास कराने आई थी, मैंने डांट दिया था
जूनियर डॉक्टर मुझसे पांच हजार रुपये के पुराने बिल पास कराना चाह रही थी। मैंने कहा था मैं छुट्टी जा रहा हूं। इसको बाद में देखूंगा। जूनियर डॉक्टर ने कहा कि बिल मंगलवार को जमा कराना जरूरी है। वह शाम को फिर बिल लेकर आई तो मैंने उसे डांट दिया। मुझे नहीं पता था कि ये उसको इतना बुरा लग जाएगा कि वह मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करा देगी। -कपिल कुमार सिंह, आरोपी डॉक्टर