यूपी के मुरादाबाद स्थित मझोला थाना क्षेत्र के हर्बल पार्क के पास से शनिवार को कार शोरूम के मैनेजर मो. परवेज को दो महिला समेत सात लोगों ने अगवा कर लिया। कांठ क्षेत्र में एक घर में बंधक बनाकर रखा और मैनेजर के चचेरे भाई को कॉल कर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। 83 हजार रुपये खाते में ट्रांसफर होने के बाद भी मैनेजर को नहीं छोड़ा। पुलिस ने रविवार रात मोबाइल लोकेशन के आधार पर काठ क्षेत्र के नया गांव के एक घर में दबिश देकर मैनेजर को छुड़ा लिया। पति-पत्नी समेत सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
नेहा की नॉटी बातों में फंस गया परेवज: अगवा कर मांगे 10 लाख, फिर लेने वाली थी जान; पांच महीने तक बिछाया जाल
गिरोह का सरगना विकुल सफारी गाड़ी पर विश्व हिंदू रक्षा परिषद अमरोहा जिला अध्यक्ष लिखकर घूमता था।
पांच महीने पहले हुई थी परवेज की नेहा से मुलाकात
एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह ने बताया कि बरेली जिले के सिरौली थाना क्षेत्र के मोहल्ला सईदान निवासी मो. परवेज मझोला थाना क्षेत्र के दिल्ली रोड स्थित हुंडई शोरूम में मैनेजर हैं। मो. परवेज पत्नी और बच्चों के साथ नया मुरादाबाद में किराये के मकान में रहते हैं। मो. परवेज से करीब पांच माह पहले कांशीराम नगर निवासी नेहा से मुलाकात हुई थी।
मांगी 10 लाख की फिरोती
22 नवंबर की शाम करीब छह बजे नेहा ने नया मुरादाबाद में हर्बल पार्क पास मिलने के लिए बुलाया था। यहां दोनों कार में बैठकर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान एक अन्य सफारी कार आई। जिसमें अमरोहा के नौगांवा सादात थाना क्षेत्र के डहकवाड़ा निवासी विकुल, उसकी पत्नी संगीता और अमरोहा के गजरौला के मोहल्ला सैफी नगर निवासी शोभित त्यागी, मुरादाबाद कोतवाली क्षेत्र के कंजरी सराय निवासी अमन, अमरोहा के डिडौली थाना क्षेत्र के पतेई खालसा निवासी नितिन, कांठ थाना क्षेत्र के नया गांव निवासी शाकिर थे। इन लोगों ने तमंचे के बल पर मो. परवेज को कब्जे में ले लिया और उसके हाथ-पैर बांधकर सफारी में बैठा लिया। उसके मुंह पर रुमाल बांध दिया। इसके बाद वह मो. परवेज को शाकिर के घर ले गए और वहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद मैनेजर के नंबर से ही उनके चचेरे भाई मो. आजम को कॉल की और बताया कि उन्होंने मो. परवेज को अगवा कर लिया है। अगर जिंदगी चाहते हो तो 10 लाख रुपये देने होंगे। अगर रकम नहीं मिलेगी तो मो. परवेज की हत्या कर देंगे।
83 हजार रुपये लिए पर नहीं छोड़ा परवेज को
इसके बाद आजम ने आरोपियों को बताए खाते में 83 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए लेकिन फिर भी आरोपियों ने मैनेजर को नहीं छोड़ा। मैनेजर को अगवा किए जाने की जानकारी से उसके परिवार में हड़कंप मच गया। मो. आलम बरेली से मुरादाबाद पहुंच गए और मझोला थाने पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी दी। एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह ने बताया कि मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर पुलिस ने रविवार की रात नया गांव में शाकिर के घर दबिश देकर मैनेजर को सकुशल बरामद कर लिया। इस दौरान विकुल, शोभित, अमन, नितिन, शाकिर, नेहा और संगीता को गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिए गए।
गिरोह में पति-पत्नी और साला शामिल
मैनेजर को अगवा करने वाले गिरोह में विपुल, उसकी पत्नी संगीता और साला शोभित भी शामिल हैं। गिरोह का संचालन विपुल और उसकी पत्नी संगीता कर रही है। जिसमें दो चालक अमन और नितिन हैं। यह लोग पिछले एक साल से एक दूसरे को जानते हैं। पुलिस का दावा है कि यह लोग लंबे समय किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश में जुटे थे। जिसे अगवा करने के बाद उसके परिवार से फिरौती मांगी जाए, तब नेहा ने ही संगीता को मो. परवेज के बारे में जानकारी दी थी।