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UP: केंद्रीय कारागार में निरुद्ध पीओके के बंदी की माैत...सीने में हुआ दर्द, एसएन में कराया था भर्ती
अमर उजाला न्यूज नेटवर्क, आगरा
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Thu, 01 May 2025 09:22 AM IST
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सार
केंद्रीय कारागार में निरुद्ध पीओके के बंदी के सीने में दर्द हुआ। उसे एसएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

death demo
- फोटो : iStock
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विस्तार
केंद्रीय कारागार में निरुद्ध पाक अधिकृत कश्मीर के बंदी सैय्यद यूसुफ शाह (75) की मंगलवार रात हृदयाघात से मौत हो गई। वह 25 जुलाई 2022 से जेल में निरुद्ध था। सीने में दर्द की शिकायत पर एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। जेल प्रशासन ने जेल मुख्यालय और जम्मू-कश्मीर प्रशासन को जानकारी दी है। शव को पोस्टमार्टम गृह में रखा गया है।
केंद्रीय कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक ओपी कटियार ने बताया कि यूसुफ को विशेष बैरक में रखा गया था। उसे पहले से ब्लड प्रेशर की समस्या थी। टैबलेट दी जा रही थी। मंगलवार शाम उसने सीने में दर्द की शिकायत की। अस्पताल ले गए, वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बंदी की मृत्यु की जानकारी केंद्र सरकार सहित जम्मू कश्मीर सरकार को भी दी गई है, जिससे पीओके में मृतक बंदी के परिजन को अवगत कराया जा सके। बंदी को एनडीपीएस सहित अन्य एक्ट में पकड़ा गया था।

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केंद्रीय कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक ओपी कटियार ने बताया कि यूसुफ को विशेष बैरक में रखा गया था। उसे पहले से ब्लड प्रेशर की समस्या थी। टैबलेट दी जा रही थी। मंगलवार शाम उसने सीने में दर्द की शिकायत की। अस्पताल ले गए, वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बंदी की मृत्यु की जानकारी केंद्र सरकार सहित जम्मू कश्मीर सरकार को भी दी गई है, जिससे पीओके में मृतक बंदी के परिजन को अवगत कराया जा सके। बंदी को एनडीपीएस सहित अन्य एक्ट में पकड़ा गया था।
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कारागार में आए थे कई बंदी
वर्ष 2021 में जम्मू कश्मीर में पब्लिक सेफ्टी एक्ट में कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसमें पाक अधिकृत कश्मीर से जुड़े लोगों के साथ ही आतंकी भी शामिल थे। इन्हें देशभर की जेलों में स्थानांतरित किया गया था। इनमें आगरा का केंद्रीय कारागार भी शामिल था। फ्लाइट से विशेष सुरक्षा के साथ 100 से अधिक बंदी अलग-अलग शिफ्ट में आगरा लाए गए थे। इन्हें कड़ी सुरक्षा में केंद्रीय कारागार में रखा गया था। इनमें कई की रिहाई हुई तो कई का दूसरी जेलों में स्थानांतरण हुआ था।
वर्ष 2021 में जम्मू कश्मीर में पब्लिक सेफ्टी एक्ट में कई लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसमें पाक अधिकृत कश्मीर से जुड़े लोगों के साथ ही आतंकी भी शामिल थे। इन्हें देशभर की जेलों में स्थानांतरित किया गया था। इनमें आगरा का केंद्रीय कारागार भी शामिल था। फ्लाइट से विशेष सुरक्षा के साथ 100 से अधिक बंदी अलग-अलग शिफ्ट में आगरा लाए गए थे। इन्हें कड़ी सुरक्षा में केंद्रीय कारागार में रखा गया था। इनमें कई की रिहाई हुई तो कई का दूसरी जेलों में स्थानांतरण हुआ था।
केंद्रीय कारागार में रहे 55 कश्मीरी बंदी
वर्तमान में केंद्रीय कारागार में 55 कश्मीरी और पीओके के आतंकी रह रहे हैं। उनको विशेष बैरक में रखा जाता है। कैमरों से निगरानी की जाती है। जेल के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। पीएसी की तैनाती की गई है। कारागार के रास्तों को बैरियर लगाकर बंद कर दिया है।
वर्तमान में केंद्रीय कारागार में 55 कश्मीरी और पीओके के आतंकी रह रहे हैं। उनको विशेष बैरक में रखा जाता है। कैमरों से निगरानी की जाती है। जेल के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। पीएसी की तैनाती की गई है। कारागार के रास्तों को बैरियर लगाकर बंद कर दिया है।