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Aligarh News: मंदिर की भूमि पर फर्जी ट्रस्ट बनाने पर तीन पर रिपोर्ट दर्ज
संवाद न्यूज एजेंसी, अलीगढ़
Updated Wed, 31 Dec 2025 02:34 AM IST
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थाना क्वार्सी क्षेत्र में चंदनिया के श्री राधाकृष्णजी महाराज मंदिर की भूमि पर फर्जी ट्रस्ट बनाकर कब्जा करने के मामले में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट में तीन लोगों को नामजद किया गया है।
इस संबंध में मंदिर के अध्यक्ष एवं प्रबंधक मिश्रीलाल सैनी ने बताया कि मोहल्ला चंदनिया स्थित भूमि को वर्ष 1957 में नंदा उर्फ नंदराम ने श्री राधाकृष्ण जी महाराज मंदिर के नाम पर दान किया गया था। तब से ही भूमि पर मंदिर बना हुआ है और राजस्व अभिलेखों में भी मंदिर का नाम दर्ज है।
पूर्व प्रबंधक की मृत्यु के बाद मंदिर की संपत्ति की देखरेख के लिए पंजीकृत सोसाइटी का गठन किया गया, जिसके अध्यक्ष वह खुद हैं। मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार के लिए शासन से विधायक निधि द्वारा रामलीला मंच, बाउंड्रीवाल, गेट व मिट्टी भराव का कार्य स्वीकृत कराया गया। चार अक्तूबर 2025 को कार्य शुरू हुआ।
आरोप है कि तभी नगला तिकोना निवासी हरी सिंह, राजवीर, चंदनिया निवासी उमेश आदि मौके पर पहुंचे और कार्य रुकवाने का प्रयास किया। आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की। आरोप है कि आरोपियों ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 24 मई 2023 को राधाकृष्ण सेवा ट्रस्ट नाम से फर्जी ट्रस्ट पंजीकृत करा लिया, जबकि मंदिर की संपत्ति उनकी निजी नहीं है।
आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मंदिर की भूमि हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। भूमि पर गलत सूचना का बोर्ड भी लगाया गया है। सीओ सिविल लाइंस सर्वम सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है, मामले में जांच की जा रही है।
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इस संबंध में मंदिर के अध्यक्ष एवं प्रबंधक मिश्रीलाल सैनी ने बताया कि मोहल्ला चंदनिया स्थित भूमि को वर्ष 1957 में नंदा उर्फ नंदराम ने श्री राधाकृष्ण जी महाराज मंदिर के नाम पर दान किया गया था। तब से ही भूमि पर मंदिर बना हुआ है और राजस्व अभिलेखों में भी मंदिर का नाम दर्ज है।
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पूर्व प्रबंधक की मृत्यु के बाद मंदिर की संपत्ति की देखरेख के लिए पंजीकृत सोसाइटी का गठन किया गया, जिसके अध्यक्ष वह खुद हैं। मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार के लिए शासन से विधायक निधि द्वारा रामलीला मंच, बाउंड्रीवाल, गेट व मिट्टी भराव का कार्य स्वीकृत कराया गया। चार अक्तूबर 2025 को कार्य शुरू हुआ।
आरोप है कि तभी नगला तिकोना निवासी हरी सिंह, राजवीर, चंदनिया निवासी उमेश आदि मौके पर पहुंचे और कार्य रुकवाने का प्रयास किया। आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की। आरोप है कि आरोपियों ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 24 मई 2023 को राधाकृष्ण सेवा ट्रस्ट नाम से फर्जी ट्रस्ट पंजीकृत करा लिया, जबकि मंदिर की संपत्ति उनकी निजी नहीं है।
आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मंदिर की भूमि हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। भूमि पर गलत सूचना का बोर्ड भी लगाया गया है। सीओ सिविल लाइंस सर्वम सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है, मामले में जांच की जा रही है।
