सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Aligarh News ›   Auction of contract for Aligarh Exhibition

Aligarh Exhibition: नुमाइश के ठेके की नीलामी आज, न्यूनतम वित्तीय हैसियत डेढ़ से दो करोड़ किए जाने पर आपत्ति

अमर उजाला नेटवर्क, अलीगढ़ Published by: चमन शर्मा Updated Thu, 04 Dec 2025 01:35 PM IST
सार

पिछले वर्षों में साउंड, स्टेज और एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था के लिए अलग-अलग ठेके होते थे, लेकिन इस बार प्रशासन ने तीनों को एक ही पैकेज में शामिल कर दिया है।

विज्ञापन
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

अलीगढ़ नुमाइश (प्रदर्शनी) 2026 के आयोजन से पहले ही 4 दिसंबर को होने वाली ठेका नीलामी प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है। प्रशासन ने सबसे अधिक राजस्व देने वाले तहबाजारी ठेके की बोली के लिए फर्म की न्यूनतम वित्तीय हैसियत को डेढ़ करोड़ रुपये से बढ़ाकर दो करोड़ रुपये कर दिया है। इस अचानक वृद्धि से छोटे और मध्यम वर्ग के स्थानीय ठेकेदारों में निराशा है।

Trending Videos


जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में हुई कार्यकारिणी की बैठक में नुमाइश का आयोजन 16 जनवरी से 10 फरवरी तक तय किया गया है। तैयारियों के बीच, ठेकों की नीलामी शुरू होने जा रही है। बढ़े हुए नियमों पर सवाल उठाते हुए ठेकेदार प्रत्यक्ष पंडित ने कहा कि प्रशासन ने अंतिम समय में हैसियत की शर्त बढ़ाकर गलत किया है। जब एक करोड़ रुपये का डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) पहले से लिया जा रहा है, तो फर्म के टर्नओवर का लेखा-जोखा देखना चाहिए था। एक अन्य ठेकेदार जावेद उल हसन ने इस निर्णय को गलत बताया, जिससे कई संभावित बोलीदाता प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे।
विज्ञापन
विज्ञापन


पिछले वर्षों में साउंड, स्टेज और एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था के लिए अलग-अलग ठेके होते थे, लेकिन इस बार प्रशासन ने तीनों को एक ही पैकेज में शामिल कर दिया है। 4 दिसंबर को दोपहर तीन बजे नुमाइश गेस्ट हाउस में तहबाजारी, सर्कस स्थल, विज्ञापन, विद्युत सजावट, वाहन स्टैंड, लाउडस्पीकर, लाल ताल वोटिंग व दुकानों के मलबे के ठेकों की नीलामी होगी। छह दिसंबर को सीसीटीवी, फोटोग्राफी, फूल सजावट, छपाई और साउंड सिस्टम के ठेके निर्धारित हैं।

पिछले वर्ष तहबाजारी से 2.20 करोड़ रुपये और 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ सबसे अधिक राजस्व मिला था। प्रशासन इस बार अधिक प्रतिस्पर्धा और बढ़ी हुई कमाई की उम्मीद कर रहा है। इसके अलावा ऐसा न हो कि नुमाइश के बाद ठेकेदार से रकम वसूलने के लिए अलग से कवायद करनी पड़े, इसके लिए भी वृद्धि की गई है।- किंशुक श्रीवास्तव, एडीएम सिटी

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed