Aligarh: धनतेरस कल, 1200 करोड़ के कारोबार का अनुमान,ऑटोमोबाइल-रियल एस्टेट और ज्वेलरी सेक्टर में बहार
ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, ज्वेलरी, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सभी क्षेत्रों में भारी उछाल दर्ज किया गया है।

विस्तार
दीपावली के त्यौहार पर 17 अक्तूबर से शुरू हो रहे धनतेरस के बाजार पर अलग-अलग सेगमेंट में कुल कारोबार 1200 करोड़ से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है। ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट, ज्वेलरी, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सभी क्षेत्रों में भारी उछाल दर्ज किया गया है। धनतेरस 18 अक्टूबर शनिवार को पड़ रहा है, हालांकि कुछ लोग इस दिन लोहे से बने वाहन आदि नहीं खरीदने का विचार रखते हैं, इसे देखते हुए शोरूम संचालकों ने शुक्रवार, रविवार और दीपावली (सोमवार) को भी डिलीवरी देने की विशेष व्यवस्था की है।

200 करोड़: ऑटोमोबाइल सेक्टर रफ्तार
धनतेरस पर वाहन बाजार पूरी तरह गुलजार है। शहर के करीब 12 बड़े दोपहिया शोरूम से लगभग 7,000 वाहनों और 7 कार शोरूम से 500 कारों की डिलीवरी होनी है। इन डिलीवरी में ढाई करोड़ रुपये तक की लग्जरी कार लैंड क्रूज़र भी शामिल है। राज्य वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विभाग के एडिश्नल कमिश्नर ग्रेड-2 अनिल कुमार राम त्रिपाठी के मुताबिक, ऑटोमोबाइल सेक्टर जीएसटी के कुल राजस्व लक्ष्य में करीब 13 फीसदी का योगदान देता है और इस बार धनतेरस पर 200 करोड़ तक का कारोबार अनुमानित है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवेश कुमार ने बताया कि विभाग को इन 10 दिनों में 7,500 वाहनों के पंजीयन (रजिस्ट्रेशन) से राजस्व मिलने का अनुमान है।
400 करोड़: चमकेगा सराफा बाजार
धनतेरस पर कीमती धातुओं (सोना, चांदी, प्लेटिनम) का व्यापार सबसे ज़्यादा 400 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। एडिश्नल कमिश्नर अनिल कुमार राम त्रिपाठी ने बताया कि सोना, चांदी और प्लेटिनम सबसे कम जीएसटी स्लैब में हैं, जिससे आम जनता को खरीद-फरोख्त में आसानी होती है। यह सेक्टर अलीगढ़ के वार्षिक जीएसटी लक्ष्य में ढाई से तीन फीसदी का महत्वपूर्ण योगदान देता है।
300 करोड़: रियल एस्टेट गुलजार
शुभ मुहूर्त के चलते रियल एस्टेट बाजार भी चमका है। इस दीपावली के दौरान अलीगढ़ में विभिन्न हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की लगभग 500 यूनिटों में गृह प्रवेश होने जा रहा है, जिससे लगभग 300 करोड़ तक का बड़ा कारोबार होने का अनुमान है। एआईजी स्टांप ब्रजेश कुमार ने बताया कि यह आंकड़ा निबंधन विभाग को स्टांप शुल्क मद से मिलने वाले राजस्व को देखते हुए सामने आया है। 'रेडी टू मूव' (पूरी तरह सुसज्जित) मकानों की मांग सबसे अधिक है, क्योंकि लोग अब निर्माण की झंझट से बचना चाहते हैं।
275 करोड़: इलेक्ट्रॉनिक्स और बर्तन बाजार में बूम
इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में इस बार 175 करोड़ से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है, जो पिछले साल से 20 फीसदी अधिक है। इसका एक प्रमुख कारण जीएसटी में बदलाव है। एसी और एलईडी की टैक्स स्लैब 28 फीसदी से घटकर 18 फीसदी हुई है, जिससे कीमतें कम होने पर ग्राहकों की खरीददारी बढ़ी है। वहीं, बर्तन बाजार में 100 करोड़ रुपये तक का कारोबार होने की उम्मीद है। खास बात यह है कि लोग अब एल्युमिनियम से दूरी बनाकर सेहत के प्रति जागरूकता के चलते पारंपरिक पीतल और तांबे के बर्तनों की ओर लौट रहे हैं। ट्राइप्लाई स्टील के बर्तन और प्रेशर कुकर भी ग्राहकों की पहली पसंद बने हुए हैं।
25 करोड़: साड़ी, सूट और कपड़ों की मांग
धनतेरस और दिवाली पर कपड़ा, साड़ी, सलवार, सूट, रेडीमेड और किड्स वियर शोरूमों में भी भीड़ हो रही है। कारोबारियों के अनुसार धनतेरस पर जिले में लगभग 25 करोड़ रुपये का कपड़ों का कारोबार होगा। जिसमें सभी तरह के कपड़े शामिल होंगे। कपड़ों की सर्वाधिक खरीदारी बच्चों के लिए हो रही है।