अभिषेक हत्याकांड: पूजा शकुन-अशोक पांडेय सहित दोनों शूटरों के खिलाफ चार्जशीट दायर, विवेचना में ये आया सामने
जांच में पुलिस ने पाया कि पूजा का मायका अभिषेक के गांव में है। दोनों परिवारों में कभी अच्छे रिश्ते थे। परिवार ने अभिषेक को पूजा के घर पढ़ने भेजा था। तभी से वह उससे रुपये ऐंठने लगे। बाद में अभिषेक का पूजा से बेहद करीबी रिश्ता हो गया। जिसके चलते उसने खुद शादी नहीं की।
विस्तार
अलीगढ़ के बहुचर्चित बाइक शोरूम संचालक अभिषेक गुप्ता हत्याकांड में पूजा शकुन-अशोक पांडेय दंपती सहित दोनों शूटरों के खिलाफ 38वें दिन चार्जशीट दायर कर दी गई है। 33 पेज की चार्जशीट में अभिषेक के इस परिवार से करीबी रिश्तों में दूरी कायम होना व अब बाइक शोरूम में साझेदारी न करने के चलते शूटरों से हत्या कराने का आरोप है।
मूल रूप से हाथरस के सिकंराराऊ क्षेत्र के कस्बा कचौरा के अभिषेक गुप्ता की हत्या 26 सितंबर की देर शाम रोरावर क्षेत्र के खेरेश्वर चौराहा पर हुई थी। हत्याकांड का आरोप उस समय महामंडलेश्वर व अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय व उनके पति महासभा के प्रवक्ता अशोक पांडेय पर लगा। पुलिस ने क्रमवार अशोक पांडेय, शूटर फजल, आसिफ व पूजा शकुन को जेल भेजा था। इसी बीच मुकदमे में नाम आने के चलते पूजा से महामंडलेश्वर का पद छीना गया।
अभिषेक गुप्ता हत्याकांड में पांडेय दंपती व हत्या करने वाले दोनों शूटरों पर चार्जशीट दायर कर दी गई है। इसमें करीबी रिश्तों में दूरी बनने व रुपयों के विवाद के साथ-साथ अब व्यापारिक साझेदारी न करने की खुन्नस में हत्या कराया जाना जांच व साक्ष्यों से आधार बना है। अब जल्द मुकदमे का ट्रायल शुरू कराने का प्रयास होगा। - मयंक पाठक, एएसपी, सीओ प्रथम
ये पाया गया विवेचना में
जांच में पुलिस ने पाया कि पूजा का मायका अभिषेक के गांव में है। दोनों परिवारों में कभी अच्छे रिश्ते थे। परिवार ने अभिषेक को पूजा के घर पढ़ने भेजा था। तभी से वह उससे रुपये ऐंठने लगे। बाद में अभिषेक का पूजा से बेहद करीबी रिश्ता हो गया। जिसके चलते उसने खुद शादी नहीं की। परिवार ने अभिषेक के छोटे भाई की शादी कर दी। बाद में दोनों के बीच कुछ ऐसी बात हुई, जिसके चलते अभिषेक ने दूरी बना ली। अलग होने के बाद जब अभिषेक ने खुद का शोरूम खोला तो उसमें पूजा का साझेदार करने का प्रस्ताव ठुकरा दिया। इसके बाद वे उसके खिलाफ शिकायतें करने व उसके फंसाने की साजिश रचने लगे। जब बात नहीं बनी तो इसी खुन्नस में अपने यहां काम करने वाले मिस्त्री व उसके सहयोगी को तीन लाख रुपये की सुपारी देकर ये हत्या कराई गई।
ये साक्ष्य शामिल किए गए
जांच में पुलिस ने अभिषेक के परिवार के आरोप, पांडेय दंपती व शूटरों की मोबाइल सीडीआर, सीसीटीवी फुटेज, घटना से एक माह पहले सभी की एक जगह की लोकेशन, पूजा-अभिषेक के कॉल रिकार्ड, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, पकड़े गए शूटरों के बयान, करीब 28 गवाहों के बयान आदि साक्ष्य शामिल किए हैं।
कब क्या-क्या हुआ
- 26 सितंबर की देर शाम हुआ हत्याकांड
- उसी शाम अशोक पांडेय को हिरासत में लिया
- 28 सितंबर को अशोक पांडेय जेल भेजा
- 1 अक्तूबर को पहला शूटर जेल भेजा गया
- 3 अक्तूबर को दूसरा शूटर जेल भेजा गया
- उसी दिन पूजा पर इनाम घोषित
- 4 अक्तूबर को पूजा से महामंडलेश्वर पद हटा
- 11 अक्तूबर को पूजा शकुन भी पकड़ी गई