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Aligarh News: बेटी बनी मध्यस्थ...तलाक का मुकदमा खत्म कर किडनी पीड़ित पिता-मां पहुंचे घर
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विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से शनिवार को साल की तीसरी लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसमें दंपती विवाद के एक ऐसे मुकदमे में 14 वर्ष की बेटी ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई, जिसमें किडनी पीडि़त पिता व उसकी मां में सहमति से तलाक तय था। बेटी संग हुई बातचीत ने फिर दोनों को तीन वर्ष बाद मिलाया। दंपती बेटी सहित हंसी-खुशी रवाना हुए।
इस दौरान लोक अदालत में 80 जोड़ों को दीवानी से साथ भेजा गया। इसके अलावा कुल 125049 वादों का निस्तारण कर 42 करोड़ 98 लाख 37 हजार 393.09 रुपये धनराशि तय की गई। सभी न्यायालयों में सुलह समझौते के आधार पर 36196 वादों का निस्तारण कर 23 करोड़ 67 लाख 261 रुपये जुर्माना वसूला गया।
वहीं बैंक व प्रशासन द्वारा प्री-लिटिगेशन के माध्यम से 88853 वादों का निस्तारण कर 193137131.44 रुपये प्रतिकर राशि तय की गई। स्थायी लोक अदालत द्वारा 26 वाद का निस्तारण कर 4120487 रुपये धनराशि तय की गई। वहीं उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा 5 वाद का निस्तारण कर 3071368 रुपये धनराशि तय की गयी। प्री-लिटिगेशन वैवाहिक वाद में 355 वादों का निस्तारण किया गया व 80 जोड़े साथ-साथ गए।
इससे पहले जिला जज अनुपम कुमार, वाणिज्यिक न्यायालय के पीठासीन अधिकारी रणधीर सिंह, एमएसीटी के पीठासीन अधिकारी जय सिंह पुण्ढीर, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय संजीव फौजदार व सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण नितिन श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से लोक अदालत का शुभारंभ किया। जिला जज अनुपम कुमार ने कहा कि लोक अदालत में आपसी समझौते के आधार पर मामलों का निपटारा होता है। प्राधिकरण सचिव नितिन श्रीवास्तव ने सभी का आभार व्यक्त किया।
शिक्षित दंपती में ये था विवाद
अधिवक्ता काउंसलर योगेश सारस्वत के अनुसार परिवार न्यायालय में दंपती विवाद के चलते तीन वर्ष पहले किडनी पीडि़त 45 वर्षीय पति की ओर से तलाक का मुकदमा दायर किया था। निजी कंपनी में प्रबंधक पति व एक कान्वेंट स्कूल की शिक्षिका पत्नी की शादी 2011 में हुई। शादी के बाद उन पर 14 वर्ष की एक बेटी है। कुछ वर्ष पूर्व विवाद के बाद दोनों अलग रहने लगे थे।
ये रहे मौजूद
उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश हसनैन कुरैशी, स्थायी लोक अदालत अध्यक्ष शंकरलाल, सदस्य सत्यदेव उपाध्याय, आरती, एडीजेगण हरविन्दर सिंह, ललिता गुप्ता, प्रतिभा सक्सेना, राकेश वशिष्ठ, संजय कुमार यादव, अभिषेक कुमार बागडिय़ा, पारुल अत्री, रवीश अत्री, नवल किशोर सिंह, प्रदीप कुमार जयंत, प्रदीप कुमार राम, अनिल कुमार, विनय तिवारी, अमित कुमार तिवारी, अंजू राजपूत, ज्ञानेन्द्र सिंह, रचना, न्यायिक अधिकारीगण अशोक कुमार, सीजेएम शिवम कुमार, नेहा रूंगटा, संगीता, गजेन्द्र सिंह, शिवांक सिंह, राशि तौमर, अखिल कुमार निज़वान, रजत सिंह यादव, सौम्या मिश्रा, विधि सिंघल, सौरभ मण्डलोई, यशस्वी सिंह, ज्योति वर्मा, विजय चौधरी, महिमा सिंह, मोहित नरवाल, आशुतोष वर्मा, अल्का सिंह, आशीष सिंह, रईस अहमद, राम किशन शर्मा, प्रेम नारायण कुलश्रेष्ठ आदि थे। वहीं दि अलीगढ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह, सचिव दीपक बंसल, दि सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर कुमार वाष्र्णेय, प्रमोद कुलश्रेष्ठ व विनोद गौतम आदि भी शामिल हुए।

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इस दौरान लोक अदालत में 80 जोड़ों को दीवानी से साथ भेजा गया। इसके अलावा कुल 125049 वादों का निस्तारण कर 42 करोड़ 98 लाख 37 हजार 393.09 रुपये धनराशि तय की गई। सभी न्यायालयों में सुलह समझौते के आधार पर 36196 वादों का निस्तारण कर 23 करोड़ 67 लाख 261 रुपये जुर्माना वसूला गया।
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वहीं बैंक व प्रशासन द्वारा प्री-लिटिगेशन के माध्यम से 88853 वादों का निस्तारण कर 193137131.44 रुपये प्रतिकर राशि तय की गई। स्थायी लोक अदालत द्वारा 26 वाद का निस्तारण कर 4120487 रुपये धनराशि तय की गई। वहीं उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा 5 वाद का निस्तारण कर 3071368 रुपये धनराशि तय की गयी। प्री-लिटिगेशन वैवाहिक वाद में 355 वादों का निस्तारण किया गया व 80 जोड़े साथ-साथ गए।
इससे पहले जिला जज अनुपम कुमार, वाणिज्यिक न्यायालय के पीठासीन अधिकारी रणधीर सिंह, एमएसीटी के पीठासीन अधिकारी जय सिंह पुण्ढीर, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय संजीव फौजदार व सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण नितिन श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से लोक अदालत का शुभारंभ किया। जिला जज अनुपम कुमार ने कहा कि लोक अदालत में आपसी समझौते के आधार पर मामलों का निपटारा होता है। प्राधिकरण सचिव नितिन श्रीवास्तव ने सभी का आभार व्यक्त किया।
शिक्षित दंपती में ये था विवाद
अधिवक्ता काउंसलर योगेश सारस्वत के अनुसार परिवार न्यायालय में दंपती विवाद के चलते तीन वर्ष पहले किडनी पीडि़त 45 वर्षीय पति की ओर से तलाक का मुकदमा दायर किया था। निजी कंपनी में प्रबंधक पति व एक कान्वेंट स्कूल की शिक्षिका पत्नी की शादी 2011 में हुई। शादी के बाद उन पर 14 वर्ष की एक बेटी है। कुछ वर्ष पूर्व विवाद के बाद दोनों अलग रहने लगे थे।
ये रहे मौजूद
उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश हसनैन कुरैशी, स्थायी लोक अदालत अध्यक्ष शंकरलाल, सदस्य सत्यदेव उपाध्याय, आरती, एडीजेगण हरविन्दर सिंह, ललिता गुप्ता, प्रतिभा सक्सेना, राकेश वशिष्ठ, संजय कुमार यादव, अभिषेक कुमार बागडिय़ा, पारुल अत्री, रवीश अत्री, नवल किशोर सिंह, प्रदीप कुमार जयंत, प्रदीप कुमार राम, अनिल कुमार, विनय तिवारी, अमित कुमार तिवारी, अंजू राजपूत, ज्ञानेन्द्र सिंह, रचना, न्यायिक अधिकारीगण अशोक कुमार, सीजेएम शिवम कुमार, नेहा रूंगटा, संगीता, गजेन्द्र सिंह, शिवांक सिंह, राशि तौमर, अखिल कुमार निज़वान, रजत सिंह यादव, सौम्या मिश्रा, विधि सिंघल, सौरभ मण्डलोई, यशस्वी सिंह, ज्योति वर्मा, विजय चौधरी, महिमा सिंह, मोहित नरवाल, आशुतोष वर्मा, अल्का सिंह, आशीष सिंह, रईस अहमद, राम किशन शर्मा, प्रेम नारायण कुलश्रेष्ठ आदि थे। वहीं दि अलीगढ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार सिंह, सचिव दीपक बंसल, दि सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर कुमार वाष्र्णेय, प्रमोद कुलश्रेष्ठ व विनोद गौतम आदि भी शामिल हुए।