Aligarh News: डिफेंस कॉरिडोर में बनेंगे खास रडार, दुश्मन के जहाजों और ठिकानों का चलेगा पता
अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर का विकास खैर रोड के अलावा नोड टू में भी किया जा रहा है, जिससे यहां रक्षा उत्पादन को और बढ़ावा मिलेगा।

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अलीगढ़ के खैर रोड और अलहदादपुर में विकसित हो रहे डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में खास रडार भी बनाए जाएंगे। ये हवा, जमीन और समुद्र में दुश्मन के लक्ष्य और जहाजों की स्थिति का पता लगा सकेंगे।

इन रडार का उपयोग भारत की वायु रक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाने में किया जाएगा। इसके अलावा, यहां छोटे आग्नेयास्त्र (स्माल आर्म्स) भी बनाए जाएंगे, जिनमें लेजर तकनीक का इस्तेमाल होगा। दो चरणों में विकसित हो रहे डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के पहले चरण में 100 हेक्टेयर से अधिक जमीन पर काम चल रहा है। दूसरे चरण में 217 एकड़ जमीन विकसित की जा रही है।
पहले चरण में कुल 23 निवेशकों ने यूपीडा के साथ करार किया था, लेकिन अभी तक रक्षा कंपनियां वेरीविन डिफेंस, एमिटेक इंडस्ट्रीज आदि ने ही यहां अपना काम शुरू किया है, जबकि अन्य कंपनियां अपनी यूनिट स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं। यह कॉरिडोर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और दिल्ली के करीब होने के कारण निवेशकों के लिए एक पसंदीदा स्थान है।
कुछ इस तरह के रडार होंगे
- हवा में मौजूद लक्ष्यों की स्थिति का पता लगाने में मदद करने वाले।
- लड़ाकू विमान, ड्रोन और मिसाइलों का पता लगाने वाले
- वायु रक्षा प्रणाली में उपयोग किए जाने वाले और मौसम की स्थिति का पता लगाने में मदद करने वाले।
- समुद्र में जहाजों की स्थिति का पता लगाने में मदद करने वाले
- मिसाइलों और अन्य हथियारों को लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद करने वाले।
रक्षा क्षेत्र में होगी आत्मनिर्भरता
अलीगढ़-आगरा क्षेत्र के डिफेंस कॉरिडोर के कार्यकारी अभियंता एसपी सिंह ने बताया कि भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर का विकास खैर रोड के अलावा नोड टू में भी किया जा रहा है, जिससे यहां रक्षा उत्पादन को और बढ़ावा मिलेगा।