Police: भ्रष्टाचार में घिरे अलीगढ़ जिले के आठ पुलिस वाले, 360 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हुई अब तक प्रारंभिक जांच
अलीगढ़ में ऐसे पुलिसकर्मियों की कमी नहीं है, जिन पर अनुशासनहीनता या भ्रष्टाचार के आरोपों में कार्रवाई का डंडा चला है। ये कार्रवाई जीरो टॉलरेंस नीती को अपनाकर की जा रही है। ताकि महकमे की गंदगी साफ हो सके।
विस्तार
नोएडा में एक लाख की रिश्वत लेते कोतवाल के पकड़े जाने के बाद अपने अलीगढ़ जिले में भी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे पुलिसकर्मी परेशान हैं। जिले में वर्तमान में आठ पुलिसकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में विभागीय कार्रवाई व जांच जारी है। जिसमें जांच के आधार पर जल्द आगे कार्रवाई के संकेत हैं।
अपने जिले में ऐसे पुलिसकर्मियों की कमी नहीं है, जिन पर अनुशासनहीनता या भ्रष्टाचार के आरोपों में कार्रवाई का डंडा चला है। ये कार्रवाई जीरो टॉलरेंस नीती को अपनाकर की जा रही है। ताकि महकमे की गंदगी साफ हो सके। इसी क्रम में जिले में भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे रहने वाले पुलिसकर्मियों, दरोगा व कोतवालों की गोपनीय निगरानी होती रहती है। साथ में शिकायतों पर भी संज्ञान लिया जाता है। इसी क्रम में पिछले 11 माह में अपने जिले में भ्रष्टाचार के मामलों में 28 पुलिसकर्मी व दरोगाओं पर कार्रवाई हो चुकी है। वर्तमान में भी आठ के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसी तरह अनुशासनहीनता व लापरवाही के मामलों में भी विभागीय जांच चल रही हैं। उनमें जांच पूरी होने पर दंड निर्धारित होगा।
जिला पुलिस में अनुशासन व भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस बनाए रखने के साथ साथ महकमे की छवि सुधारना भी हमारी जिम्मेदारी है। इसी क्रम में नियम तोडऩे पर सजा निर्धारित है। अब तक बहुत सी कार्रवाई हुई हैं। आगे भी कुछ जांच जारी हैं, आरोप साबित होने पर उनमें भी कार्रवाई होंगी।-नीरज जादौन, एसएसपी
इस वर्ष की कार्रवाई का ब्योरा
- भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी पाए गए 3 पर दीर्घदंड, 25 पर लघुदंड हुआ। 4 पर विभागीय कार्रवाई व 4 पर प्रारंभिक जांच जारी
- अनुशासनहीनता के आरोपों में दोषी पाए गए 8 को पदच्युत किया, 65 को लघु दंड दिया। 8 पर विभागीय कार्रवाई व 13 पर प्रारंभिक जांच जारी।
- मुकदमों में लापरवाही के आरोपों में 85 को लघुदंड दिया। 23 पर विभागीय कार्रवाई व 44 पर प्रारंभिक जांच जारी।
- 360 पुलिसकर्मियों के खिलाफ अब तक प्रारंभिक जांच हुई है।
यह भी जानें
- 14/1 दीर्घदंड में भ्रष्टाचार या किसी संगीन अपराध के आरोप में जांच के बाद पदानवत, बर्खास्तगी तक की कार्रवाई।
- 14/2 लघुदंड में अनुशासनहीनता, लापरवाही आदि के आरोप में परिनिंदा, अर्थदंड की कार्रवाई, जिसमें वेतन में कटौती, तीन वर्ष प्रमोशन व एक वर्ष वेतनवृद्धि में रोक तक की कार्रवाई।