Aligarh News: पुलिसकर्मी की पत्नी से 29.12 लाख ठगे, कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट कर 10 लाख की ठगी
अलीगढ़ महानगर के बन्नादेवी क्षेत्र के कारोबारी संग डिजिटल अरेस्ट कर 10 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। ठगों ने खुद को सीबीआई अफसर बनकर डराकर उससे यह ठगी की है।
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अलीगढ़ महानगर के महुआ खेड़ा इलाके में रहने वाले पुलिसकर्मी की पत्नी से साइबर ठगों ने ऑनलाइन कमाई व मुनाफा कराने के नाम पर 29.12 लाख रुपये ठग लिए। जब महिला ने अपना मुनाफा मांगा तो उस पर 41 लाख रुपये कर बता दिया। ठगी का अहसास होने पर मामले में साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
महिला ने बताया कि उसके पति पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। वह महुआ खेड़ा इलाके में रहती है। उसके पास अक्तूबर में व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने उधर से ऑनलाइन ट्रेडिंग में अधिक लाभ कमाने के बारे में जानकारी देकर वेबसाइट (डिजिटल गोल्ड मिरेकल) पर जीमेल के माध्यम से आईडी पासवर्ड बनवा दिए, जिस पर ट्रेडिंग करने को कहा गया। इसी झांसे में आकर महिला ने उसके द्वारा बताए गए खातों में पति के खाते से क्रमवार छह अक्तूबर को 40 हजार रुपये, 19 नवंबर को 10 लाख रुपये, 13 अक्तूबर को 50 हजार, 14 अक्तूबर को दो लाख, 19 अक्तूबर को दो लाख, 21 अक्तूबर को 90 हजार, 26 अक्तूबर को दो लाख, चार नवंबर को चार लाख 32 हजार, 24 नवंबर को पांच लाख, 28 नवंबर को दो लाख रुपये ट्रांसफर किए गए।
इस तरह कुल 29.12 लाख चले गए तो उसने अपना मुनाफा व रुपये निकालने के लिए अनुरोध किया। इस पर उधर से जवाब आया कि आपका 41 लाख रुपये टैक्स बन रहा है। पहले वो जमा करो, तब रुपये मिलेंगे। इस पर महिला को लगा कि ठगी हो गई। तब उसने अपने पति को जानकारी दी। इसके बाद रिपोर्ट दर्ज कराई है। साइबर थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लोगों को लगातार हमारी टीमें जागरूक कर रही हैं। बावजूद इसके लोग डर, लालच में आकर ठगी का शिकार हो रहे हैं। अब ताजा मामलों में भी टीमें कार्रवाई कर रही हैं।-मृगांक शेखर पाठक, एसपी सिटी
कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट कर ठगे दस लाख
अलीगढ़ महानगर के बन्नादेवी क्षेत्र के कारोबारी संग डिजिटल अरेस्ट कर 10 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। ठगों ने खुद को सीबीआई अफसर बनकर डराकर उससे यह ठगी की है। साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बन्नादेवी इलाके के कारोबारी ने बताया कि एक दिसंबर को उनके व्हॉट्सएप पर वीडियो कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई सीबीआई का अफसर बताकर कहा कि आपके खिलाफ सीबीआई जांच जारी है और अरेस्ट वारंट भी जारी हैं।
आपको ऑनलाइन उपस्थित रहना है। डराते धमकाते हुए सुप्रीम कोर्ट का सीबीआई का नोटिस भी दिखाया। इसके बाद अगले दिन फिर कॉल आया। बचाव के नाम पर दो लाख रुपये ऑनलाइन ले लिए। इसके बाद फिर पांच नवंबर को कॉल आया। तब आठ लाख रुपये ले लिए गए। इस बीच उन्हें इतना डराया गया कि वे किसी को कुछ बता न सके। रुपये जाने के बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। इस मामले में साइबर थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्जकर जांच शुरू कर दी है। अब तक की जांच में ठगी की रकम आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र के खातों में जाना उजागर हुआ है।
